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* [[दोस्त अहबाब की नज़रों में बुरा हो गया मैं / शहरयार]]
 
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शाम होने वाली है
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रचनाकार शहरयार
प्रकाशक वाणी प्रकाशन, 21-ए दरियागंज, नई दिल्ली-110002
वर्ष 2005
भाषा उर्दू
विषय
विधा ग़ज़लें और नज़्में
पृष्ठ 112
ISBN
विविध
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ग़ज़ल

नज़्म