भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
केशवदास
,केशवदास जी ने अपनी तिथि के बारे में कुछ भी नहीं लिखा है। विभिन्न आधारों पर विद्वानों ने केशवदास जी की जन्म - तिथि निश्चित करने का प्रयास किया है। इस सम्बन्ध में विभिन्न मतों की सारिणी निम्नलिखित है:
विद्वान उनके अनुसार जन्मतिथि<br>
शिवसिं सेंगर संवत् १६२४ वि०<br>ग्रियर्सन संवत १६३६ वि०<br>पं० रामचन्द्र शुक्ल संवत १६१२ वि०<br>डा० रामकुमार वर्मा संवत १६१२ वि०<br>मिश्रबन्धु (क) संवत १६१२ वि०<br>मिश्रबन्धु (ख) संवत १६०८ वि०<br>गणेश प्रसाद द्विवेदी संवत १६०८ वि०<br>लाला भगवानदी संवत १६१८ वि०<br>गौरी शंकर द्विवेदी संवत १६१८ वि०<br>डा० किरणचन्द्र शर्मा संवत १६१८ वि०<br>डा० विनयपाल सिंह संवत १६१८ वि०<br><br>
विभिन्न मतों के बावजूद संवत् १६१८ को केशव की जन्मतिथि माना जा सकता है। रतनबावनी केशवदास जी की प्रथम रचना और उसका रचना काल सं० १६३८ वि० के लगभग है। इस प्रकार बीस वर्ष की अवस्था में केशव ने 'रतनबावनी' रचना की तथा तीस वर्ष की अवस्था में रसिकप्रिया की रचना की। अतः केशवदास जी की जन्म - तिथि सं० १६१८ वि० मानना चाहिए। इस मत का पोषण श्री गौरीशंकर द्विवेदी को उनके वंशघरों से प्राप्त एक दोहे से भी होता है: