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|चित्र=EdwinArnold.jpeg
|नाम=एडविन अर्नाल्ड
|उपनाम=
|जन्म=10 जून 1832|मृत्यु=24 मार्च 1904|जन्मस्थान=ग्रेवसैंड, केंट, इंगलैण्ड|कृतियाँ=इण्डियन साँग ऑफ़ साँग्स (1875), द साँग द लाईट ऑफ़ एशिया (बुद्धचरित, 1879), पर्ल्स ऑफ़ द फ़ेथ (1883), दसाँग कैलेस्टियल (1885), द जैपनीज वाईफ़ (1893)|विविध=1856 में पूना संस्कृत कॉलेज के प्रधानाचार्य के रूप में भारत आए और सात साल तक प्रधानाचार्य रहे। उनकी तीसरी पत्नी जापानी थी, जिसका नाम था--तामा कुराकावा।
|जीवनी=[[एडविन अर्नाल्ड / परिचय]]
}}
* [[बुद्धचरित / एडविन अर्नाल्ड / रामचंद्र शुक्ल]]