{{KKGlobal}}
रचनाकारः [[मंगलेश डबराल]][[Category:कविताएँ]]{{KKRachna[[Category:|रचनाकार=मंगलेश डबराल]]}}~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~{{KKCatKavita}}<poem>कुछ शब्द चीखते चीख़ते हैं
कुछ कपड़े उतार कर
घुस जाते हैं इतिहास में
कुछ हो जाते हैं खामोशख़ामोश</poem>
(रचनाकाल : 1975)