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(रचनाकाल : 1975) | (रचनाकाल : 1975) |
12:50, 9 मई 2013 के समय का अवतरण
कुछ शब्द चीख़ते हैं
कुछ कपड़े उतार कर
घुस जाते हैं इतिहास में
कुछ हो जाते हैं ख़ामोश
(रचनाकाल : 1975)