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− | + | गुन पर गुन.... | |
− | + | गीरह पर गीरह..... | |
− | + | छुच्छ, नग्न आ असल रूपमे की छी | |
− | + | जकरा ‘हम’ कहै छिऐ ? | |
− | + | जे छी सरिपों से छी निश्चित नहि छी | |
− | + | केहन क्रूर वीभत्स भयानक धोखा भेल अछि | |
− | + | आलोकक स्पर्श मात्रसँ सभटा प्रतिमा बिला गेल अछि | |
− | + | विकराल बोध केर धूमकेतु | |
− | + | शत-सहस्त्र ध’-ध’ धधकैत मरकाठी लेने | |
− | + | चिता-पंुज के खोरि-खोरि क’ ताकि रहल छथि | |
− | + | शेष बचल की ? | |
− | + | गीरह पर गीरह पर गीरह....छिटकि गेलैक अछि | |
− | + | गुन पर गुन पर गुन पर गुन.....सभ उघरि गेलैक अछि | |
− | + | तहेतह खरकट्टल सभटा ओदरि गेलैक अछि | |
− | + | जाति-वंश आ माय-बाप आ भाई-बहिन केर | |
− | + | बाध-बोन आ टोल-पड़ोसक | |
− | + | ईर्ष्या-द्वेषक हर्ष-शोककर | |
− | + | हीत-मीत आ प्रीति-रीति केर | |
− | + | आतप-वर्षा-शीत-बसन्तक | |
− | + | बान्हल सक्कत जनम-गेठ सभ छिटकि गेलैक अछि | |
− | + | सत्यवान केर श्वेत प्राण-कण | |
− | + | यमक फाँससँ छहलि गेलैक अछि | |
− | + | अगुणित छिड़िआएल अस्तित्वक कोनो दोगमे | |
− | + | तहेतह सिसोहल जा क’ शेष बँचल की ? | |
− | + | शून्यमे फाड़ल अनाकृत चीछ ?? | |
− | + | आकि अनशून्य उद्धिजहीन, उत्तुंग हिम-गिरी-कन्दरामे | |
− | + | औनाइत मूक हाक्रोश ??? | |
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07:55, 4 जून 2013 के समय का अवतरण
गुन पर गुन....
गीरह पर गीरह.....
छुच्छ, नग्न आ असल रूपमे की छी
जकरा ‘हम’ कहै छिऐ ?
जे छी सरिपों से छी निश्चित नहि छी
केहन क्रूर वीभत्स भयानक धोखा भेल अछि
आलोकक स्पर्श मात्रसँ सभटा प्रतिमा बिला गेल अछि
विकराल बोध केर धूमकेतु
शत-सहस्त्र ध’-ध’ धधकैत मरकाठी लेने
चिता-पंुज के खोरि-खोरि क’ ताकि रहल छथि
शेष बचल की ?
गीरह पर गीरह पर गीरह....छिटकि गेलैक अछि
गुन पर गुन पर गुन पर गुन.....सभ उघरि गेलैक अछि
तहेतह खरकट्टल सभटा ओदरि गेलैक अछि
जाति-वंश आ माय-बाप आ भाई-बहिन केर
बाध-बोन आ टोल-पड़ोसक
ईर्ष्या-द्वेषक हर्ष-शोककर
हीत-मीत आ प्रीति-रीति केर
आतप-वर्षा-शीत-बसन्तक
बान्हल सक्कत जनम-गेठ सभ छिटकि गेलैक अछि
सत्यवान केर श्वेत प्राण-कण
यमक फाँससँ छहलि गेलैक अछि
अगुणित छिड़िआएल अस्तित्वक कोनो दोगमे
तहेतह सिसोहल जा क’ शेष बँचल की ?
शून्यमे फाड़ल अनाकृत चीछ ??
आकि अनशून्य उद्धिजहीन, उत्तुंग हिम-गिरी-कन्दरामे
औनाइत मूक हाक्रोश ???