भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"जनभाषा / अनिता भारती" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अनिता भारती |संग्रह=एक क़दम मेरा ...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
(कोई अंतर नहीं)
|
18:21, 14 जुलाई 2013 का अवतरण
चलो, आज कुछ
सार्थक कर दिखायें
शब्दों के अर्थ बदल डालें
या उनमें नयी जान डालें
जितने भी मुहावरे हैं
लोकोक्तियाँ हैं किस्से गाने हैं
क्यों न उनको
जनपक्ष में खडा कर दिया जाये?
अरे वो अपना भइया
दशरथ मांझी था ना
जिसने सचमुच
मुसीबत का पहाड़ हटा ड़ाला
क्यों न उसकी हिम्मत के नाम
पहाड़ जैसा सीना की जगह
दशरथ मांझी जैसा सीना क्यों न कर दें?
चने को छोटा समझ
हम हमेशा कहते है
अकेला चना भाड़ नही फोड़ सकता
पर अकेले अम्बेडकर ऩे तो
अपने दम पर
पूरी सनातनी भाड़ में सेंध लगा
उसे उड़ा दिया था
तो क्यों न हम कहें
चना हो तो अम्बेडकर जैसा...