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"मेरी पगडंडी मत भूलना / ओम निश्चल" के अवतरणों में अंतर

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बँगले में रहना जी  
 
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मोटर में घूमना  
 
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मेरी पगडंडी मत भूलना।
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भूल गयी होंगी वे  
 
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भेज रही सौगातें
 
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हँसी खुशी रहना जी
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हँसी-खुशी रहना जी
फूलों सा झूमना
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फूलों-सा झूमना
पर मेरी याद नहीं भूलना।
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पर मेरी याद नहीं भूलना ।
मेरी पगडंडी मत भूलना।।
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माना, मैं भोली हूँ  
 
माना, मैं भोली हूँ  
अपढ़ हूँ गँवारन हूँ
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अपढ़ हूँ, गँवारन हूँ
 
पर दिल की सच्ची  हूँ  
 
पर दिल की सच्ची  हूँ  
 
प्रेम की पुजारन हूँ
 
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गॉंव से गुजरना जी  
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गाँव से गुज़रना जी  
शहर से गुजरना जी
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शहर से गुज़रना जी
प्यार भरी देहरी मत भूलना।
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प्यार भरी देहरी मत भूलना ।
मेरी पगडंडी मत भूलना।।
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मेरी पगडंडी मत भूलना ।।
  
अलसाई ऑंखों में  
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अलसाई आँखों में  
आ रे निदियॉं आ रे,
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आ रे निदिया आ रे,
 
पलकों में पाल रही हूँ
 
पलकों में पाल रही हूँ
 
मैं सपने क्वाँरे
 
मैं सपने क्वाँरे
 
चाहे जो करना जी
 
चाहे जो करना जी
 
एक अरज सुनना जी
 
एक अरज सुनना जी
ये क्वॉंरे सपने मत तोड़ना।
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ये क्वाँरे सपने मत तोड़ना ।
मेरी पगडंडी मत भूलना।।
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मेरी पगडंडी मत भूलना ।।
 
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09:26, 14 अगस्त 2013 के समय का अवतरण

बँगले में रहना जी
मोटर में घूमना
मेरी पगडंडी मत भूलना ।

भूल गयी होंगी वे
नेह छोह की बातें
पाती लिख लिख प्रियवर
भेज रही सौगातें

हँसी-खुशी रहना जी
फूलों-सा झूमना
पर मेरी याद नहीं भूलना ।
मेरी पगडंडी मत भूलना ।।

माना, मैं भोली हूँ
अपढ़ हूँ, गँवारन हूँ
पर दिल की सच्ची हूँ
प्रेम की पुजारन हूँ

गाँव से गुज़रना जी
शहर से गुज़रना जी
प्यार भरी देहरी मत भूलना ।
मेरी पगडंडी मत भूलना ।।

अलसाई आँखों में
आ रे निदिया आ रे,
पलकों में पाल रही हूँ
मैं सपने क्वाँरे
चाहे जो करना जी
एक अरज सुनना जी
ये क्वाँरे सपने मत तोड़ना ।
मेरी पगडंडी मत भूलना ।।