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"बबुआ बइठले नहाए त सासु निरेखेली ए" के अवतरणों में अंतर

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बबुआ बइठले नहाए त सासु निरेखेली ए,
 
बबुआ बइठले नहाए त सासु निरेखेली ए,
 
 
ललना कवना चेली के लोभवलु त,
 
ललना कवना चेली के लोभवलु त,
 
 
गरभ रहि जाले नू ए।
 
गरभ रहि जाले नू ए।
 
 
पुत मोरे बसेले अयोध्या, पतोहिया गजओबर ए,
 
पुत मोरे बसेले अयोध्या, पतोहिया गजओबर ए,
 
 
ए सासु भंवरा सरीखे प्रभु अइले,
 
ए सासु भंवरा सरीखे प्रभु अइले,
 
 
गरभ रहि जाले नू ए।
 
गरभ रहि जाले नू ए।
 
 
मोरे पिछुअरवा पटेहरवा भइया, तूहू मोरे हितवा नू ए,
 
मोरे पिछुअरवा पटेहरवा भइया, तूहू मोरे हितवा नू ए,
 
 
बिनी द ना रेशमऽ के जलिया त,
 
बिनी द ना रेशमऽ के जलिया त,
 
 
छैला के भोराइवि हे।
 
छैला के भोराइवि हे।
 
 
बिनि देहले रेशमऽ के जलिया, रेशम-डोरिया लगाई देहले ए
 
बिनि देहले रेशमऽ के जलिया, रेशम-डोरिया लगाई देहले ए
 
 
लेहि जाहु रेशम के जलिया, छैला के भोरावऽहु ए ।
 
लेहि जाहु रेशम के जलिया, छैला के भोरावऽहु ए ।
 
 
सुतल बाड़ू कि जागलऽ सासु,
 
सुतल बाड़ू कि जागलऽ सासु,
 
 
चिन्ही लऽ आपनऽ पुतवा अछरंगवा मत लगावऽहु ए। (अछरंग=दोष)
 
चिन्ही लऽ आपनऽ पुतवा अछरंगवा मत लगावऽहु ए। (अछरंग=दोष)
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12:10, 21 सितम्बर 2013 के समय का अवतरण

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

बबुआ बइठले नहाए त सासु निरेखेली ए,
ललना कवना चेली के लोभवलु त,
गरभ रहि जाले नू ए।
पुत मोरे बसेले अयोध्या, पतोहिया गजओबर ए,
ए सासु भंवरा सरीखे प्रभु अइले,
गरभ रहि जाले नू ए।
मोरे पिछुअरवा पटेहरवा भइया, तूहू मोरे हितवा नू ए,
बिनी द ना रेशमऽ के जलिया त,
छैला के भोराइवि हे।
बिनि देहले रेशमऽ के जलिया, रेशम-डोरिया लगाई देहले ए
लेहि जाहु रेशम के जलिया, छैला के भोरावऽहु ए ।
सुतल बाड़ू कि जागलऽ सासु,
चिन्ही लऽ आपनऽ पुतवा अछरंगवा मत लगावऽहु ए। (अछरंग=दोष)