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− | + | ज़िन्दाबाद इन्क़लाब | |
− | + | जहाँ आवाम के खिलाफ साजिशें हों शान से | |
− | + | जहाँ पे बेगुनाह हाथ धो रहे हों जान से | |
− | + | वहाँ न चुप रहेंगे हम,कहेंगे हाँ कहेंगे हम | |
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00:26, 6 अक्टूबर 2013 का अवतरण
नफ़स-नफ़स, क़दम-क़दम
रचनाकार: शलभ श्रीराम सिंह
नफ़स-नफ़स, क़दम-क़दम
बस एक फ़िक्र दम-ब-दम
घिरे हैं हम सवाल से, हमें जवाब चाहिए
जवाब दर-सवाल है कि इन्क़लाब चाहिए
इन्क़लाब ज़िन्दाबाद
ज़िन्दाबाद इन्क़लाब
जहाँ आवाम के खिलाफ साजिशें हों शान से
जहाँ पे बेगुनाह हाथ धो रहे हों जान से
वहाँ न चुप रहेंगे हम,कहेंगे हाँ कहेंगे हम
हमारा हक हमारा हक हमें जनाब चाहिए
इन्क़लाब ज़िन्दाबाद
ज़िन्दाबाद इन्क़लाब