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"हे राम ! / रामकुमार कृषक" के अवतरणों में अंतर
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तुम्हारे नाम की हो रही है लूट | तुम्हारे नाम की हो रही है लूट | ||
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तुम्हारे नाम को जप रहा है झूठ | तुम्हारे नाम को जप रहा है झूठ | ||
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तुम्हारे नाम से भर रहे हैं कुछ पेट | तुम्हारे नाम से भर रहे हैं कुछ पेट | ||
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तुम्हारे नाम पर ठग रहे हैं सेठ | तुम्हारे नाम पर ठग रहे हैं सेठ | ||
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तुम्हारे नाम पर सजे हैं बाज़ार | तुम्हारे नाम पर सजे हैं बाज़ार | ||
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तुम्हारे नाम पर डाकू भी संत हुए | तुम्हारे नाम पर डाकू भी संत हुए | ||
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तुम्हारे नाम की महिमा अनंत है | तुम्हारे नाम की महिमा अनंत है | ||
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09:39, 7 अक्टूबर 2013 का अवतरण
तुम्हारे नाम की हो रही है लूट
हे राम !
तुम्हारे नाम को जप रहा है झूठ
हे राम !
तुम्हारे नाम से भर रहे हैं कुछ पेट
हे राम !
तुम्हारे नाम पर ठग रहे हैं सेठ
हे राम !
तुम्हारे नाम पर सजे हैं बाज़ार
हे राम !
तुम्हारे नाम पर डाकू भी संत हुए
हे राम !
तुम्हारे नाम की महिमा अनंत है
हे राम !