भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

भीड़ / रमेश भोजक ‘समीर’

1 byte added, 05:42, 17 अक्टूबर 2013
|संग्रह=
}}
{{KKCatMoolRajasthani‎KKCatRajasthaniRachna}}{{KKCatKavita‎}}<poem>कूड़ है, सरासर कूड़
थूं कूड़ो है
सदा करै कूड़ी बातां
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,130
edits