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"तितली / चीनुआ एचेबे" के अवतरणों में अंतर
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चमकदार पीले रंग वाली | चमकदार पीले रंग वाली | ||
अर्पित कर देती है ख़ुद को | अर्पित कर देती है ख़ुद को |
23:40, 8 मार्च 2014 के समय का अवतरण
गति हिंसा है
शक्ति हिंसा है
वज़न हिंसा है
तितली
प्रकाश में सुरक्षा चाहती है
वज़नहीन
लहरदार ढंग से उड़ना चाहती है
मगर वहाँ
जहाँ रास्ते काटते हैं एक-दूसरे को
होटल की रोशनी गिरती है
ढीठ राजमार्गों पर
पेड़ों के पीछे
मिलते हैं हमारे इलाके जहाँ
भरपूर ताक़त से भरा
मैं आता हूँ
और कोमल, सौम्य तितली
चमकदार पीले रंग वाली
अर्पित कर देती है ख़ुद को
उपहार में
मेरी सख़्त चिकनी ढाल पर