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"जय कालिंदी, हरिप्रिया जय / आरती" के अवतरणों में अंतर

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जय कालिंदी, हरिप्रिया जय।<BR>जय रवि तवया, तपोमयी जय॥ जय ..<BR>जय श्यामा, अति अभिराम जय।<BR>जय सुखदा, श्रीहरि रामा जय॥ जय ..<BR>जय ब्रज मण्डलवासिनि जय-जय।<BR>जय द्वारकानिवासिनि जय-जय॥ जय ..<BR>जय कलि कलुष नसावनि जय-जय ।<BR>जय यमुने जय पावनि, जय-जय॥ जय ..<BR>जय निर्वाण प्रदायिनि जय-जय।<BR>जय हरि प्रेमदायिनी जय-जय॥ जय ..
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जय कालिंदी, हरिप्रिया जय।
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17:57, 31 मई 2014 के समय का अवतरण

अष्टक   ♦   आरतियाँ   ♦   चालीसा   ♦   भजन   ♦   प्रार्थनाएँ   ♦   श्लोक

जय कालिंदी, हरिप्रिया जय।
जय रवि तवया, तपोमयी जय॥
जय श्यामा, अति अभिराम जय।
जय सुखदा, श्रीहरि रामा जय॥
जय ब्रज मण्डलवासिनि जय-जय।
जय द्वारकानिवासिनि जय-जय॥
जय कलि कलुष नसावनि जय-जय।
जय यमुने जय पावनि, जय-जय॥
जय निर्वाण प्रदायिनि जय-जय।
जय हरि प्रेमदायिनी जय-जय॥ जय...