"दूधनाथ सिंह" के अवतरणों में अंतर
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
|||
पंक्ति 11: | पंक्ति 11: | ||
|जीवनी=[[दूधनाथ सिंह / परिचय]] | |जीवनी=[[दूधनाथ सिंह / परिचय]] | ||
}} | }} | ||
+ | ====कविता संग्रह==== | ||
+ | * '''[[एक और भी आदमी है / दूधनाथ सिंह]]''' | ||
− | + | ====कविताएँ==== | |
+ | [[तुम्हारे दिन लौटेंगे बार-बार / दूधनाथ सिंह]] | ||
+ | [[मरने के बाद भी / दूधनाथ सिंह]] | ||
+ | [[तुम्हारे जन्म-दिन पर / दूधनाथ सिंह]] | ||
+ | [[18 नम्बर बेंच पर / दूधनाथ सिंह]] | ||
+ | [[मुझे लोग तुमसे विलग कर देंगे / दूधनाथ सिंह]] | ||
+ | [[कब लौटोगे कब लौटोगे / दूधनाथ सिंह]] | ||
+ | [[बाहर खड़खड़ भड़भड़ शोर / दूधनाथ सिंह]] | ||
+ | [[जब मैं हार गया / दूधनाथ सिंह]] | ||
+ | [[जैसा मैंने कहा किया वैसा ही / दूधनाथ सिंह]] | ||
+ | [[उतरा ज्वार / दूधनाथ सिंह]] | ||
+ | [[अभी तुम हो रास्ते में / दूधनाथ सिंह]] | ||
+ | [[भूल गया सब कुछ / दूधनाथ सिंह]] | ||
+ | [[सभी लोग लगे हैं काम में / दूधनाथ सिंह]] | ||
+ | [[पिछली रात की वह प्रात / दूधनाथ सिंह]] | ||
+ | [[सूख रहा है स्रोत अगम / दूधनाथ सिंह]] | ||
+ | [[सभी मनुष्य हैं / दूधनाथ सिंह]] | ||
+ | [[सारे काम निपटाकर तुम्हें याद करने बैठा / दूधनाथ सिंह]] | ||
+ | [[धीरे-धीरे बीती साँझ / दूधनाथ सिंह]] | ||
+ | [[ओ, नारी ! / दूधनाथ सिंह]] | ||
+ | [[जा रहा हूँ जीवन की खोज में / दूधनाथ सिंह]] | ||
+ | [[ख़ुश होना अनैतिक है इस समाज में / दूधनाथ सिंह]] | ||
+ | [[जीवन को दुहराना अपवित्रता है / दूधनाथ सिंह]] |
22:42, 1 सितम्बर 2014 का अवतरण
जन्म | 17 अक्तूबर 1936 |
---|---|
जन्म स्थान | उत्तर प्रदेश, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
अपनी शताब्दी के नाम; सपाट चेहरे वाला आदमी ; सुखान्त; सुरंग से लौटते हुए; निराला:आत्महन्ता आस्था; पहला क़दम; एक और भी आदमी है | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
दूधनाथ सिंह / परिचय |
कविता संग्रह
कविताएँ
तुम्हारे दिन लौटेंगे बार-बार / दूधनाथ सिंह मरने के बाद भी / दूधनाथ सिंह तुम्हारे जन्म-दिन पर / दूधनाथ सिंह 18 नम्बर बेंच पर / दूधनाथ सिंह मुझे लोग तुमसे विलग कर देंगे / दूधनाथ सिंह कब लौटोगे कब लौटोगे / दूधनाथ सिंह बाहर खड़खड़ भड़भड़ शोर / दूधनाथ सिंह जब मैं हार गया / दूधनाथ सिंह जैसा मैंने कहा किया वैसा ही / दूधनाथ सिंह उतरा ज्वार / दूधनाथ सिंह अभी तुम हो रास्ते में / दूधनाथ सिंह भूल गया सब कुछ / दूधनाथ सिंह सभी लोग लगे हैं काम में / दूधनाथ सिंह पिछली रात की वह प्रात / दूधनाथ सिंह सूख रहा है स्रोत अगम / दूधनाथ सिंह सभी मनुष्य हैं / दूधनाथ सिंह सारे काम निपटाकर तुम्हें याद करने बैठा / दूधनाथ सिंह धीरे-धीरे बीती साँझ / दूधनाथ सिंह ओ, नारी ! / दूधनाथ सिंह जा रहा हूँ जीवन की खोज में / दूधनाथ सिंह ख़ुश होना अनैतिक है इस समाज में / दूधनाथ सिंह जीवन को दुहराना अपवित्रता है / दूधनाथ सिंह