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बघेली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

कहां रही बेलमाय हो मां
कहां रही बेलमाय हो मां
धौ तै बेलमी बाग बगैचा
धौ मलिया फुलवारि हो मां
धौ तोरी बहियां निबल भई माता
धौ बहुंकौ धुन लाग हो मां
धौ तोही जागिस नट ओ बेड़िया
धौ चलि गइसि पताल हो मां
ना मैं बेलम्यों बाग बगैचा
नहि मलियां फुलवारि हो मां
ना माही जागिसि नटा और बेड़िया
ना गड़ि गयउं पताल हो मां
मैं तौ बेलम्यों अपने भवन मां
देत कुमारिन दान हो मां