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"काका आरो बुतरू / अमरेन्द्र" के अवतरणों में अंतर

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जब ताँय घर में काका छै
 
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मालिक बनलोॅ आका छै
 
मालिक बनलोॅ आका छै
घर में दिल्ली.ढाका छै
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घर में दिल्ली-ढाका छै
 
खूब कमैलेॅ टाका छै
 
खूब कमैलेॅ टाका छै
 
बुतरू वास्तें फाका छै
 
बुतरू वास्तें फाका छै

07:00, 15 मई 2016 के समय का अवतरण

जब ताँय घर में काका छै
मालिक बनलोॅ आका छै
घर में दिल्ली-ढाका छै
खूब कमैलेॅ टाका छै
बुतरू वास्तें फाका छै
खेलवे पर ही डाका छै
बच्है काँटोॅ-कूसोॅ रँ
डर सें बनलोॅ मूसोॅ रँ ।