Changes

फेनू जग परसादी पैतै;
सबसें पहिलें तोरोॅ स्वागत
हमरोॅ करै ई मधुशाला।१मधुशाला।1
प्यास बुझेॅ, तेॅ विश्व तपाय केॅ
ऊपर कहिये वारी देलौं,
आय निछावर करबै तोरा
पर जग केरोॅ मधुशाला।२मधुशाला।2
प्रीतम, तों हमरोॅ हाला तेॅ
मस्त तोहें पीवी हमरा,
इक दूसरा केॅ हम्में दोनों
आय परस्पर मधुशाला।३मधुशाला।3
भावुकता अंगूर लतोॅ सें
लाख पीयौ, दू लाख पीयौ !
पाठक छेकै पीयैवाला
पुस्तक हमरोॅ मधुशाला।४मधुशाला।4
मधुर भावना केरोॅ सुमधुर
ओकरा आपने पीवी जाँव;
अपनै में हम्में छी साकी
पीयौवाला, मधुशाला।५मधुशाला।5
जाय लेली मदिरालय घर सें
हम्में ई बतलाबै छी-
‘पथ पकड़ी केॅ चल्ले चल तों
पावी लेबे मधुशाला’।६मधुशाला’।6
</poem>
Mover, Protect, Reupload, Uploader
6,536
edits