भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"इंशा अल्लाह खां" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) |
|||
(3 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 10 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 12: | पंक्ति 12: | ||
|अंग्रेज़ीनाम=Insha Allah Khan | |अंग्रेज़ीनाम=Insha Allah Khan | ||
}} | }} | ||
− | + | {{KKShayar}} | |
* [[कमर बांधे हुए चलने पे यां सब यार बैठे हैं / इंशा अल्लाह खां]] | * [[कमर बांधे हुए चलने पे यां सब यार बैठे हैं / इंशा अल्लाह खां]] | ||
+ | * [[झूठा निकला करार तेरा / इंशा अल्लाह खां]] | ||
+ | * [[ज़ोफ आता है दिल को थाम तो लो / इंशा अल्लाह खां]] | ||
+ | * [[अच्छा जो ख़फा हमसे हो तुम ए सनम अच्छा / इंशा अल्लाह खां]] | ||
+ | * [[छेड़ने का तो मज़ा तब है कहो और सुनो / इंशा अल्लाह खां]] | ||
+ | * [[यह जो महंत बैठे हैं / इंशा अल्लाह खां]] | ||
+ | * [[फुटकर शेर / इंशा अल्लाह खां]] | ||
+ | * [[मैंने जो कहा- हूँ मैं तेरा आशिक़े शैदा-ऐ- कानेमलाहत / इंशा अल्लाह खां]] |
21:13, 13 सितम्बर 2016 के समय का अवतरण
इंशा अल्लाह खां
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
जन्म | 1757 |
---|---|
निधन | 1817 |
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
इंशा अल्लाह खां / परिचय |
- कमर बांधे हुए चलने पे यां सब यार बैठे हैं / इंशा अल्लाह खां
- झूठा निकला करार तेरा / इंशा अल्लाह खां
- ज़ोफ आता है दिल को थाम तो लो / इंशा अल्लाह खां
- अच्छा जो ख़फा हमसे हो तुम ए सनम अच्छा / इंशा अल्लाह खां
- छेड़ने का तो मज़ा तब है कहो और सुनो / इंशा अल्लाह खां
- यह जो महंत बैठे हैं / इंशा अल्लाह खां
- फुटकर शेर / इंशा अल्लाह खां
- मैंने जो कहा- हूँ मैं तेरा आशिक़े शैदा-ऐ- कानेमलाहत / इंशा अल्लाह खां