भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"घनानंद" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
(New page: {{KKGlobal}} == घनानंद की रचनाएँ== Category:घनानंद {{KKParichay |चित्र= |नाम=घनानंद |उपनाम= |जन्म...) |
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) |
||
(8 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 26 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{KKGlobal}} | {{KKGlobal}} | ||
− | |||
− | |||
− | |||
{{KKParichay | {{KKParichay | ||
|चित्र= | |चित्र= | ||
|नाम=घनानंद | |नाम=घनानंद | ||
|उपनाम= | |उपनाम= | ||
− | |जन्म=1689 | + | |जन्म=1689 ईस्वीं |
− | |मृत्यु=1739 | + | |मृत्यु=1739 ईस्वीं |
− | + | ||
|जन्मस्थान= | |जन्मस्थान= | ||
|कृतियाँ= | |कृतियाँ= | ||
− | |||
|विविध= | |विविध= | ||
− | |जीवनी=[[ / परिचय]] | + | |अंग्रेज़ीनाम=Ghananand |
+ | |जीवनी=[[घनानंद / परिचय]] | ||
}} | }} | ||
+ | {{KKCatBrajBhashaRachnakaar}} | ||
+ | ====रचना संग्रह==== | ||
+ | * '''[[प्रिया प्रसाद / घनानंद]]''' | ||
+ | * '''सुजान सागर / घनानंद''' | ||
+ | ====कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ==== | ||
+ | * [[वहै मुसक्यानि, वहै मृदु बतरानि, वहै / घनानंद]] | ||
+ | * [[लाजनि लपेटि चितवनि / घनानंद]] | ||
+ | * [[ झलकै अति सुन्दर आनन गौर / घनानंद]] | ||
+ | * [[ छवि को सदन मोद मंडित / घनानंद]] | ||
+ | * [[ जासों प्रीति ताहि निठुराई / घनानंद]] | ||
+ | * [[ भोर तें साँझ लौ कानन ओर निहारति / घनानंद]] | ||
+ | * [[ भए अति निठुर / घनानंद]] | ||
+ | * [[ हीन भएँ जल मीन अधीन / घनानंद]] | ||
+ | * [[ मीत सुजान अनीत करौ जिन / घनानंद]] | ||
+ | * [[ पहिले घन-आनंद सींचि सुजान कहीं बतियाँ / घनानंद]] | ||
+ | * [[ क्यों हँसि हेरि हियरा / घनानंद]] | ||
+ | * [[ प्रीतम सुजान मेरे हित के / घनानंद]] | ||
+ | * [[ तब तौ छबि पीवत जीवत है / घनानंद]] | ||
+ | * [[ पहिले अपनाय सुजान सनेह सों / घनानंद]] | ||
+ | * [[ रावरे रूप की रीति अनूप / घनानंद]] | ||
+ | * [[ आस ही अकास / घनानंद]] | ||
+ | * [[ घनआनँद जीवन मूल सुजान की / घनानंद]] | ||
+ | * [[ जेतो घट सोधौ पै न पाऊँ / घनानंद]] | ||
+ | * [[ आँखैं जौ न देखैं / घनानंद]] | ||
+ | * [[ जहाँ तें पधारे मेर नैननि / घनानंद]] | ||
+ | * [[ धनआनंद रसऐन, कहौ कृपानिधि / घनानंद]] | ||
+ | * [[ पहचानै हरि कौन / घनानंद]] | ||
+ | * [[ आसा-गुन बाँधि कै / घनानंद]] | ||
+ | * [[ अन्तर आँच उसास / घनानंद]] | ||
+ | * [[ जान के रूप लुभाय / घनानंद]] | ||
+ | * [[ जानराय जानत सबैं / घनानंद]] | ||
+ | * [[ लै ही रहे हो / घनानंद]] | ||
+ | * [[ खोय दई बुधि सोय गई सुधि / घनानंद]] | ||
+ | * [[ घेर घबरानी उबरानी / घनानंद]] | ||
+ | * [[ बिकच नलिन लखें / घनानंद]] | ||
+ | * [[ तब ह्वै सहाय हाय / घनानंद]] | ||
+ | * [[ रोम रोम रसना ह्वै / घनानंद]] | ||
+ | * [[ चातिक चुहल चहुँ ओर / घनानंद]] | ||
+ | * [[ जीवन हौ जिय की सब जानत / घनानंद]] | ||
+ | * [[ चोप चाह चावनि चकोर / घनानंद]] | ||
+ | * [[ मोही मोही जनाय कै / घनानंद]] | ||
+ | * [[ बिष लँ बिसारयौ तन / घनानंद]] | ||
+ | * [[ सूझ नहीं सुरझ उरझि / घनानंद]] | ||
+ | * [[ अन्तर उदेग दाह / घनानंद]] | ||
+ | * [[ नेह-निधान सुजान-समीप / घनानंद]] | ||
+ | * [[ नैनन में लागै जाय / घनानंद]] | ||
+ | * [[ पाती-मधि छाती-छत लिखि न लिखाए / घनानंद]] | ||
+ | * [[ कंत रमै उर अन्तर में / घनानंद]] | ||
+ | * [[ चंह चकोर की चाह करै / घनानंद]] | ||
+ | * [[ ज्यौं बुधि सो सुघराई / घनानंद]] | ||
+ | * [[ हिये में जु आरति / घनानंद]] | ||
+ | * [[ पाप के पुंज सकेलि / घनानंद]] | ||
+ | * [[ साधनि ही मरियैं / घनानंद]] | ||
+ | * [[ उठि न सकत / घनानंद]] | ||
+ | * [[ सुखनि समाज साज सजे / घनानंद]] | ||
+ | * [[ तपति उदास औधि / घनानंद]] | ||
+ | * [[ अकुलानि के पानि परयौ / घनानंद]] | ||
+ | * [[ राति-द्यौस कटक सजे / घनानंद]] | ||
+ | * [[ जान प्यारी हौं / घनानंद]] | ||
+ | * [[ सुधा तें स्रवत बिष / घनानंद]] | ||
+ | * [[ गरल-गुमान की गरावनि दसा / घनानंद]] | ||
+ | * [[ बिकल बिषाद-भरे / घनानंद]] | ||
+ | * [[ सोएँ न सोयबो / घनानंद]] | ||
+ | * [[ मरिबो बिसराम गनै वह तौ / घनानंद]] | ||
+ | * [[ तेरे देखिबे कों / घनानंद]] | ||
+ | * [[ लगी है लगन प्यारे पगी है / घनानंद]] | ||
+ | * [[ कौन की सरन जैये / घनानंद]] | ||
+ | * [[ अधिक बधिक तें / घनानंद]] | ||
+ | * [[ मेरो जीव जो मारतु मोहिं तौ / घनानंद]] | ||
+ | * [[ मुरझान सबै अंग / घनानंद]] | ||
+ | * [[ निस-द्यौस खरी उर-माँझ अरी / घनानंद]] | ||
+ | * [[ किहि नेह बिरोध बढ़्यो सबसों / घनानंद]] | ||
+ | * [[ इस बाँट परी सुधि / घनानंद]] | ||
+ | * [[ बधिकौ सुधि लेत सुन्यौ / घनानंद]] | ||
+ | * [[ ए रे वीर पौन / घनानंद]] | ||
+ | * [[ एकै आस एकै बिसवास / घनानंद]] | ||
+ | * [[ रंग लियौ अबलानि के अंग / घनानंद]] | ||
+ | * [[ पीरी परि देह छीनी / घनानंद]] | ||
+ | * [[ घर ही घर / घनानंद]] | ||
+ | * [[ फागुन महीना की कही ना परै / घनानंद]] | ||
+ | * [[ सोंधे की बास उसासहि रोकति / घनानंद]] | ||
+ | * [[ सुनि री सजनी रजनी की कथा / घनानंद]] | ||
+ | * [[ मन जैसे कछु तुम्हें चाहत / घनानंद]] | ||
+ | * [[ लगियै रहै लालसा / घनानंद]] | ||
+ | * [[ अति सूधो सनेह को मारग है / घनानंद]] | ||
+ | * [[ करुवो मधुर लागै / घनानंद]] | ||
+ | * [[ कारी कूर कोकिला / घनानंद]] | ||
+ | * [[ बैरी बियोग की हूकनि / घनानंद]] | ||
+ | * [[ अंतर मैं बासी / घनानंद]] | ||
+ | * [[ कित को ढरि गौ / घनानंद]] | ||
+ | * [[ घनआनँद प्यारे सुजान सुनो जिही भाँतिन / घनानंद]] | ||
+ | * [[ बिरहा-रबि सौं घट-व्योम / घनानंद]] | ||
+ | * [[ इत भायनि भाँवरे भौंर / घनानंद]] | ||
+ | * [[ मोहन अनूप रूप सुन्दर / घनानंद]] | ||
+ | * [[ क्यौंहूँ न चैन परै दिन रैन / घनानंद]] | ||
+ | * [[ जोई रात प्यारे-संग / घनानंद]] | ||
+ | * [[ जिन आँखिन रूप-चिह्नारि / घनानंद]] | ||
+ | * [[ घर बन बीथिन मैं / घनानंद]] | ||
+ | * [[ बिरच्यौ किहि दोष / घनानंद]] | ||
+ | * [[ पूरन प्रेम को मंत्र / घनानंद]] | ||
+ | * [[ जिय की बात जनाईये क्यौं करि / घनानंद]] | ||
+ | * [[ तोहि तौ खेल पै / घनानंद]] | ||
+ | * [[ मही-दूध सम गनै / घनानंद]] | ||
+ | * [[ परकाजहि देह को धारि फिरौ / घनानंद]] | ||
+ | * [[ बरसै तरसै सरसै अरसै न् / घनानंद]] | ||
+ | * [[ स्याम घटा लपटी थिर बीज / घनानंद]] | ||
+ | * [[ प्रेम को महोदधि अपार / घनानंद]] | ||
+ | * [[ बहुत दिनान के अवधि-आस-पास परे / घनानंद]] | ||
+ | * [[ वैस की निकाई, सोई रितु सुखदाई / घनानंद]] | ||
+ | * [[ सावन आवन हेरि सखी / घनानंद]] | ||
+ | * [[ फैलि रही घर अंबर पूर / घनानंद]] | ||
+ | * [[ अरी निसि नींद न आवै / घनानंद]] | ||
+ | * [[ पिय के अनुराग सुहाग भरी / घनानंद]] | ||
+ | * [[ खेलत खिलार गुन-आगर उदार राधा / घनानंद]] | ||
+ | * [[ बैस नई, अनुराग मई / घनानंद]] | ||
+ | * [[ राधा नवेली सहेली समाज में / घनानंद]] | ||
+ | * [[ पकरि बस कीने री नँदलाल / घनानंद]] | ||
+ | * [[ कहाँ एतौ पानिप बिचारी पिचकारी धरै / घनानंद]] | ||
+ | * [[ घनआनँद प्यारे कहा जिय जारत / घनानंद]] | ||
+ | * [[ दसन बसन बोली भरि ए रहे गुलाल / घनानंद]] | ||
+ | * [[ होरी के मदमाते आए / घनानंद]] | ||
+ | * [[ मोसों होरी खेलन आयो / घनानंद]] | ||
+ | * [[जा हित मात कौं नाम जसोदा / घनानंद]] | ||
+ | * [[जिनको नित नीके निहारत हीं / घनानंद]] | ||
+ | * [[धुनि पुरि रहै नित काननि में / घनानंद]] |
00:38, 16 सितम्बर 2016 के समय का अवतरण
घनानंद
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
जन्म | 1689 ईस्वीं |
---|---|
निधन | 1739 ईस्वीं |
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
घनानंद / परिचय |
रचना संग्रह
- प्रिया प्रसाद / घनानंद
- सुजान सागर / घनानंद
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- वहै मुसक्यानि, वहै मृदु बतरानि, वहै / घनानंद
- लाजनि लपेटि चितवनि / घनानंद
- झलकै अति सुन्दर आनन गौर / घनानंद
- छवि को सदन मोद मंडित / घनानंद
- जासों प्रीति ताहि निठुराई / घनानंद
- भोर तें साँझ लौ कानन ओर निहारति / घनानंद
- भए अति निठुर / घनानंद
- हीन भएँ जल मीन अधीन / घनानंद
- मीत सुजान अनीत करौ जिन / घनानंद
- पहिले घन-आनंद सींचि सुजान कहीं बतियाँ / घनानंद
- क्यों हँसि हेरि हियरा / घनानंद
- प्रीतम सुजान मेरे हित के / घनानंद
- तब तौ छबि पीवत जीवत है / घनानंद
- पहिले अपनाय सुजान सनेह सों / घनानंद
- रावरे रूप की रीति अनूप / घनानंद
- आस ही अकास / घनानंद
- घनआनँद जीवन मूल सुजान की / घनानंद
- जेतो घट सोधौ पै न पाऊँ / घनानंद
- आँखैं जौ न देखैं / घनानंद
- जहाँ तें पधारे मेर नैननि / घनानंद
- धनआनंद रसऐन, कहौ कृपानिधि / घनानंद
- पहचानै हरि कौन / घनानंद
- आसा-गुन बाँधि कै / घनानंद
- अन्तर आँच उसास / घनानंद
- जान के रूप लुभाय / घनानंद
- जानराय जानत सबैं / घनानंद
- लै ही रहे हो / घनानंद
- खोय दई बुधि सोय गई सुधि / घनानंद
- घेर घबरानी उबरानी / घनानंद
- बिकच नलिन लखें / घनानंद
- तब ह्वै सहाय हाय / घनानंद
- रोम रोम रसना ह्वै / घनानंद
- चातिक चुहल चहुँ ओर / घनानंद
- जीवन हौ जिय की सब जानत / घनानंद
- चोप चाह चावनि चकोर / घनानंद
- मोही मोही जनाय कै / घनानंद
- बिष लँ बिसारयौ तन / घनानंद
- सूझ नहीं सुरझ उरझि / घनानंद
- अन्तर उदेग दाह / घनानंद
- नेह-निधान सुजान-समीप / घनानंद
- नैनन में लागै जाय / घनानंद
- पाती-मधि छाती-छत लिखि न लिखाए / घनानंद
- कंत रमै उर अन्तर में / घनानंद
- चंह चकोर की चाह करै / घनानंद
- ज्यौं बुधि सो सुघराई / घनानंद
- हिये में जु आरति / घनानंद
- पाप के पुंज सकेलि / घनानंद
- साधनि ही मरियैं / घनानंद
- उठि न सकत / घनानंद
- सुखनि समाज साज सजे / घनानंद
- तपति उदास औधि / घनानंद
- अकुलानि के पानि परयौ / घनानंद
- राति-द्यौस कटक सजे / घनानंद
- जान प्यारी हौं / घनानंद
- सुधा तें स्रवत बिष / घनानंद
- गरल-गुमान की गरावनि दसा / घनानंद
- बिकल बिषाद-भरे / घनानंद
- सोएँ न सोयबो / घनानंद
- मरिबो बिसराम गनै वह तौ / घनानंद
- तेरे देखिबे कों / घनानंद
- लगी है लगन प्यारे पगी है / घनानंद
- कौन की सरन जैये / घनानंद
- अधिक बधिक तें / घनानंद
- मेरो जीव जो मारतु मोहिं तौ / घनानंद
- मुरझान सबै अंग / घनानंद
- निस-द्यौस खरी उर-माँझ अरी / घनानंद
- किहि नेह बिरोध बढ़्यो सबसों / घनानंद
- इस बाँट परी सुधि / घनानंद
- बधिकौ सुधि लेत सुन्यौ / घनानंद
- ए रे वीर पौन / घनानंद
- एकै आस एकै बिसवास / घनानंद
- रंग लियौ अबलानि के अंग / घनानंद
- पीरी परि देह छीनी / घनानंद
- घर ही घर / घनानंद
- फागुन महीना की कही ना परै / घनानंद
- सोंधे की बास उसासहि रोकति / घनानंद
- सुनि री सजनी रजनी की कथा / घनानंद
- मन जैसे कछु तुम्हें चाहत / घनानंद
- लगियै रहै लालसा / घनानंद
- अति सूधो सनेह को मारग है / घनानंद
- करुवो मधुर लागै / घनानंद
- कारी कूर कोकिला / घनानंद
- बैरी बियोग की हूकनि / घनानंद
- अंतर मैं बासी / घनानंद
- कित को ढरि गौ / घनानंद
- घनआनँद प्यारे सुजान सुनो जिही भाँतिन / घनानंद
- बिरहा-रबि सौं घट-व्योम / घनानंद
- इत भायनि भाँवरे भौंर / घनानंद
- मोहन अनूप रूप सुन्दर / घनानंद
- क्यौंहूँ न चैन परै दिन रैन / घनानंद
- जोई रात प्यारे-संग / घनानंद
- जिन आँखिन रूप-चिह्नारि / घनानंद
- घर बन बीथिन मैं / घनानंद
- बिरच्यौ किहि दोष / घनानंद
- पूरन प्रेम को मंत्र / घनानंद
- जिय की बात जनाईये क्यौं करि / घनानंद
- तोहि तौ खेल पै / घनानंद
- मही-दूध सम गनै / घनानंद
- परकाजहि देह को धारि फिरौ / घनानंद
- बरसै तरसै सरसै अरसै न् / घनानंद
- स्याम घटा लपटी थिर बीज / घनानंद
- प्रेम को महोदधि अपार / घनानंद
- बहुत दिनान के अवधि-आस-पास परे / घनानंद
- वैस की निकाई, सोई रितु सुखदाई / घनानंद
- सावन आवन हेरि सखी / घनानंद
- फैलि रही घर अंबर पूर / घनानंद
- अरी निसि नींद न आवै / घनानंद
- पिय के अनुराग सुहाग भरी / घनानंद
- खेलत खिलार गुन-आगर उदार राधा / घनानंद
- बैस नई, अनुराग मई / घनानंद
- राधा नवेली सहेली समाज में / घनानंद
- पकरि बस कीने री नँदलाल / घनानंद
- कहाँ एतौ पानिप बिचारी पिचकारी धरै / घनानंद
- घनआनँद प्यारे कहा जिय जारत / घनानंद
- दसन बसन बोली भरि ए रहे गुलाल / घनानंद
- होरी के मदमाते आए / घनानंद
- मोसों होरी खेलन आयो / घनानंद
- जा हित मात कौं नाम जसोदा / घनानंद
- जिनको नित नीके निहारत हीं / घनानंद
- धुनि पुरि रहै नित काननि में / घनानंद