भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"शान-उल-हक़ हक़्क़ी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 6: | पंक्ति 6: | ||
|जन्म=15 दिसम्बर 1917 | |जन्म=15 दिसम्बर 1917 | ||
|जन्मस्थान=दिल्ली | |जन्मस्थान=दिल्ली | ||
− | |मृत्यु=11 | + | |मृत्यु=11 अक्तूबर 2005 |
|कृतियाँ=मक़ालात-ए-मुमताज़, नुक्ता-ए-राज़, दर्पण-दर्पण आदि 23 से ज़्यादा पुस्तकें। | |कृतियाँ=मक़ालात-ए-मुमताज़, नुक्ता-ए-राज़, दर्पण-दर्पण आदि 23 से ज़्यादा पुस्तकें। | ||
− | |विविध=सितारा-ए-इम्तियाज़, तमग़ा-ए-क़ैदी-ए-आज़म की उपाधियाँ। भगवद्-गीता का उर्दू में अनुवाद | + | |विविध=सितारा-ए-इम्तियाज़, तमग़ा-ए-क़ैदी-ए-आज़म की उपाधियाँ। भगवद्-गीता का उर्दू में अनुवाद किया |
− | + | ||
|अंग्रेज़ीनाम=Shan-ul-Haq Haqqee | |अंग्रेज़ीनाम=Shan-ul-Haq Haqqee | ||
|जीवनी=[[शान-उल-हक़ हक़्क़ी / परिचय]] | |जीवनी=[[शान-उल-हक़ हक़्क़ी / परिचय]] | ||
}} | }} | ||
{{KKShayar}} | {{KKShayar}} | ||
+ | {{KKCatDelhi}} | ||
====ग़ज़लें==== | ====ग़ज़लें==== | ||
* [[ऐ दिल अब और कोई क़िस्सा-ए-दुनिया न सुना / शान-उल-हक़ हक़्क़ी]] | * [[ऐ दिल अब और कोई क़िस्सा-ए-दुनिया न सुना / शान-उल-हक़ हक़्क़ी]] |
01:46, 30 सितम्बर 2016 के समय का अवतरण
शान-उल-हक़ हक़्क़ी
जन्म | 15 दिसम्बर 1917 |
---|---|
निधन | 11 अक्तूबर 2005 |
जन्म स्थान | दिल्ली |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
मक़ालात-ए-मुमताज़, नुक्ता-ए-राज़, दर्पण-दर्पण आदि 23 से ज़्यादा पुस्तकें। | |
विविध | |
सितारा-ए-इम्तियाज़, तमग़ा-ए-क़ैदी-ए-आज़म की उपाधियाँ। भगवद्-गीता का उर्दू में अनुवाद किया | |
जीवन परिचय | |
शान-उल-हक़ हक़्क़ी / परिचय |
ग़ज़लें
- ऐ दिल अब और कोई क़िस्सा-ए-दुनिया न सुना / शान-उल-हक़ हक़्क़ी
- इक महक सी दम-ए-तहरीर कहाँ से आई / शान-उल-हक़ हक़्क़ी
- इक तमन्ना कि सहर से कहीं खो जाती है / शान-उल-हक़ हक़्क़ी
- नज़र चुरा गए इज़हार-ए-मुद्दआ से मिरे / शान-उल-हक़ हक़्क़ी
- निकले तिरी दुनिया के सितम और तरह के / शान-उल-हक़ हक़्क़ी
- रू भी अक्स-ए-रू भी मैं / शान-उल-हक़ हक़्क़ी
- समझ में ख़ाक ये जादूगरी नहीं आती / शान-उल-हक़ हक़्क़ी
- उम्मीद के उफ़ुक़ से न उट्ठा ग़ुबार तक / शान-उल-हक़ हक़्क़ी