भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"फ़ाज़िल जमीली" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
Sharda suman (चर्चा | योगदान) |
||
(एक अन्य सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 8: | पंक्ति 8: | ||
|मृत्यु= | |मृत्यु= | ||
|कृतियाँ= | |कृतियाँ= | ||
− | |विविध=इनकी कविताओं ’आलमी मक़तूल’ और | + | |विविध=इनकी कविताओं ’आलमी मक़तूल’ और ’इक़बाल-ए-जुर्म’ से उर्दू कविता में एक नया आयाम आया है, यह माना जाता है। इन दिनों पाकिस्तानी अख़बार ’ डेली जंग’ के सम्पादक। उससे पहले समा टी०वी० में सम्पादक। उससे पहले आजकल दैनिक में सम्पादक। उससे भी पहले दैनिक ’अवाम’ के वरिष्ठ सम्पादक। |
|सम्पर्क= | |सम्पर्क= | ||
|अंग्रेज़ीनाम=Fazil Jamili | |अंग्रेज़ीनाम=Fazil Jamili | ||
पंक्ति 14: | पंक्ति 14: | ||
}} | }} | ||
{{KKShayar}} | {{KKShayar}} | ||
+ | ====ग़ज़लें==== | ||
* [[गुज़रती है जो दिल पर वो कहानी याद रखता हूँ / फ़ाज़िल जमीली]] | * [[गुज़रती है जो दिल पर वो कहानी याद रखता हूँ / फ़ाज़िल जमीली]] | ||
* [[ख़िज़ाँ का रंग दरख़्तों पे आ के बैठ गया / फ़ाज़िल जमीली]] | * [[ख़िज़ाँ का रंग दरख़्तों पे आ के बैठ गया / फ़ाज़िल जमीली]] | ||
पंक्ति 23: | पंक्ति 24: | ||
* [[ज़िंदगानी को अदम-आबाद ले जाने लगा / फ़ाज़िल जमीली]] | * [[ज़िंदगानी को अदम-आबाद ले जाने लगा / फ़ाज़िल जमीली]] | ||
* [[मैं तुम्हें याद भी आया के नहीं / फ़ाज़िल जमीली]] | * [[मैं तुम्हें याद भी आया के नहीं / फ़ाज़िल जमीली]] | ||
− | * | + | * चौदह फ़रवरी / फ़ाज़िल जमीली |
− | * | + | * आलमी मक़तूल / फ़ाज़िल जमीली |
− | * | + | * बच्चों के लिए एक नज़्म / फ़ाज़िल जमीली |
* [[इक़बाल-ए-जुर्म / फ़ाज़िल जमीली]] | * [[इक़बाल-ए-जुर्म / फ़ाज़िल जमीली]] | ||
* [[ख़्वाब / फ़ाज़िल जमीली]] | * [[ख़्वाब / फ़ाज़िल जमीली]] | ||
* [[मौहब्बत / फ़ाज़िल जमीली]] | * [[मौहब्बत / फ़ाज़िल जमीली]] | ||
− | * | + | * उसे क्या ख़बर है / फ़ाज़िल जमीली |
− | * | + | * समन्दर पे याद आने वाली एक नज़्म / फ़ाज़िल जमीली |
* [[थकन / फ़ाज़िल जमीली]] | * [[थकन / फ़ाज़िल जमीली]] | ||
* [[याद / फ़ाज़िल जमीली]] | * [[याद / फ़ाज़िल जमीली]] |
21:51, 30 सितम्बर 2016 के समय का अवतरण
फ़ाज़िल जमीली
जन्म | 1968 |
---|---|
जन्म स्थान | पिंड खान खेल, हरीपुर हज़ारा, पाकिस्तान |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
इनकी कविताओं ’आलमी मक़तूल’ और ’इक़बाल-ए-जुर्म’ से उर्दू कविता में एक नया आयाम आया है, यह माना जाता है। इन दिनों पाकिस्तानी अख़बार ’ डेली जंग’ के सम्पादक। उससे पहले समा टी०वी० में सम्पादक। उससे पहले आजकल दैनिक में सम्पादक। उससे भी पहले दैनिक ’अवाम’ के वरिष्ठ सम्पादक। | |
जीवन परिचय | |
फ़ाज़िल जमीली / परिचय |
ग़ज़लें
- गुज़रती है जो दिल पर वो कहानी याद रखता हूँ / फ़ाज़िल जमीली
- ख़िज़ाँ का रंग दरख़्तों पे आ के बैठ गया / फ़ाज़िल जमीली
- ख़्वाब में देख रहा हूँ के हक़ीक़त में उसे / फ़ाज़िल जमीली
- मेरे होटों पे तेरे नाम की लरज़िश तो नहीं / फ़ाज़िल जमीली
- मेरे वजूद को परछाइयों ने तोड़ दिया / फ़ाज़िल जमीली
- मिसाल-ए-शम्मा जला हूँ धुआँ सा बिखरा हूँ / फ़ाज़िल जमीली
- सुफ़ेद-पोशी-ए-दिल का भरम भी रखना है / फ़ाज़िल जमीली
- ज़िंदगानी को अदम-आबाद ले जाने लगा / फ़ाज़िल जमीली
- मैं तुम्हें याद भी आया के नहीं / फ़ाज़िल जमीली
- चौदह फ़रवरी / फ़ाज़िल जमीली
- आलमी मक़तूल / फ़ाज़िल जमीली
- बच्चों के लिए एक नज़्म / फ़ाज़िल जमीली
- इक़बाल-ए-जुर्म / फ़ाज़िल जमीली
- ख़्वाब / फ़ाज़िल जमीली
- मौहब्बत / फ़ाज़िल जमीली
- उसे क्या ख़बर है / फ़ाज़िल जमीली
- समन्दर पे याद आने वाली एक नज़्म / फ़ाज़िल जमीली
- थकन / फ़ाज़िल जमीली
- याद / फ़ाज़िल जमीली
- सूरतों में, सरों में औरत है / फ़ाज़िल जमीली
- दिलदारी-ए-जानाँ को लपकते चले जाएँ / फ़ाज़िल जमीली
- दिलों के साथ रहेगी दिलों की तन्हाई / फ़ाज़िल जमीली