भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"संतोष आनन्द" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) |
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) छो ("संतोष आनन्द" सुरक्षित कर दिया ([संपादन=केवल प्रबन्धकों को अनुमति दें] (अनिश्चितकालीन) [स्थानांतर) |
||
(2 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 3 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 26: | पंक्ति 26: | ||
* [[दुश्मन-ए-जाँ को हम अपनी जाँ बना बैठे / संतोषानन्द]] | * [[दुश्मन-ए-जाँ को हम अपनी जाँ बना बैठे / संतोषानन्द]] | ||
* [[और नहीं, बस और नहीं, ग़म के प्याले और नहीं / संतोषानन्द]] | * [[और नहीं, बस और नहीं, ग़म के प्याले और नहीं / संतोषानन्द]] | ||
− | * [[जो प्यार कर गए वो लोग और थे / संतोषानन्द]] | + | * [[जो प्यार कर गए वो लोग और थे / संतोष आनन्द]] |
+ | * [[लोगों ने मुझे लूटा है मेहमान बना के / संतोष आनन्द]] | ||
+ | * [[पानी रे पानी तेरा रंग कैसा / संतोषानन्द]] |
08:30, 16 अक्टूबर 2016 के समय का अवतरण
संतोष आनन्द
जन्म | 05 मार्च 1939 |
---|---|
जन्म स्थान | सिकन्दराबाद, जिला बुलन्दशहर, उत्तर प्रदेश, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
रोटी, कपड़ा और मकान तथा प्रेमरोग फ़िल्मों में गीतों के लिए फ़िल्मफ़ेयर (1975б 1984), निराला श्री पुरस्कार, साहित्यश्री सम्मान (2005), मौलाना मौहम्मद अली जौहर अवार्ड (2005) | |
जीवन परिचय | |
संतोष आनन्द / परिचय |
गीत संग्रह
- गीतों के क्षण / संतोष आनन्द
- एक प्यार का नग़मा है / संतोष आनन्द
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- ओ मेघा रे, मेघा रे / संतोषानन्द
- इक प्यार का नग़मा है / संतोषानन्द
- मै ना भूलूँगा / संतोषानन्द
- तेरा साथ है तो / संतोषानन्द
- मैं हूँ प्रेम रोगी / संतोषानन्द
- इन हसीन वादियों से दो-चार नज़ारे चुरा लूँ तो चलें / संतोषानन्द
- हाय-हाय ये मज़बूरी, ये मौसम और ये दूरी / संतोषानन्द
- दुश्मन-ए-जाँ को हम अपनी जाँ बना बैठे / संतोषानन्द
- और नहीं, बस और नहीं, ग़म के प्याले और नहीं / संतोषानन्द
- जो प्यार कर गए वो लोग और थे / संतोष आनन्द
- लोगों ने मुझे लूटा है मेहमान बना के / संतोष आनन्द
- पानी रे पानी तेरा रंग कैसा / संतोषानन्द