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"गळगचिया (47) / कन्हैया लाल सेठिया" के अवतरणों में अंतर
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+ | तूंतड़ा बोल्या-देख्यो रै छायला थारो न्याय ? म्हाँने तो फटक'र परै बगा दिया र आं सागो छोडणियाँ दगाबाज दाणाँ नै काळजियै री कौर कर'र राख्या है ? | ||
+ | छायलो कयो-डोफाँ थाँ नै तो हूँ बेकसूर मान'र ही छोडया है,आँ (बिसवासघात्याँ) ताँई तो चाकी'र ऊँखली त्यार है। | ||
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15:02, 17 मार्च 2017 के समय का अवतरण
तूंतड़ा बोल्या-देख्यो रै छायला थारो न्याय ? म्हाँने तो फटक'र परै बगा दिया र आं सागो छोडणियाँ दगाबाज दाणाँ नै काळजियै री कौर कर'र राख्या है ?
छायलो कयो-डोफाँ थाँ नै तो हूँ बेकसूर मान'र ही छोडया है,आँ (बिसवासघात्याँ) ताँई तो चाकी'र ऊँखली त्यार है।