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"किराएदार / अनवर ईरज" के अवतरणों में अंतर

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य्व आलीशान मकान
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ये आलीशान मकान
  
 
जिसके हाते में
 
जिसके हाते में

17:43, 29 जून 2008 का अवतरण

ये आलीशान मकान

जिसके हाते में

रंग-बिरंग के फूल खिले हैं

ये कभी हमारा था

और हम इसके मालिक हुआ करते थे

लेकिन

अब हम इसके मालिक नहीं

हिस्सेदार भी नहीं

किराएदार हो गए हैं

पचपन साल नौ महीने सत्ताईस दिन से

हम अपने ही मकान में

किराएदार की हैसियत से

रहते चले आ रहे हैं

मकान का

ये ख़ुद-साख़्ता मालिक

बार-बार हमें

निकाल देने की धमकियाँ दे रहा है