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+ | * [[आप कहते हैं जो है पैसा है / महेश अश्क]] |
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महेश अश्क
जन्म | 1 जुलाई,1949 |
---|---|
जन्म स्थान | गोरखपुर, उत्तरप्रदेश, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
राख की जो पर्त अँगारों पे है (1995) | |
विविध | |
1968-69 से नियमित लेखन। पत्रकार। ग़ज़लों के साथ-साथ दोहे भी लिखते हैं। | |
जीवन परिचय | |
महेश अश्क / परिचय |
ग़ज़लें
- यहीं एक प्यास थी, जो खो गई है / महेश अश्क
- अब तक का इतिहास यही है, उगते हैं कट जाते हैं / महेश अश्क
- न मेरा जिस्म कहीं औ' न मेरी जाँ रख दे / महेश अश्क
- गर सफर में निकल नहीं आते / महेश अश्क
- नहीं था, तो यही पैसा नहीं था / महेश अश्क
- मस्खरे तलवार लेकर आ गए / महेश अश्क
- खिलौने तोड़ते, पर तितलियों के नोचते बच्चे/ महेश अश्क
- तमाशा आँख को भाता बहुत है / महेश अश्क
- बिजलियाँ, लपटें, आशियाँ और हम / महेश अश्क
- दिन गुज़रता ये गिरता-पड़ता हुआ / महेश अश्क
- तुझ में तुझ से अलग जो है पलता / महेश अश्क
- आप कहते हैं जो है पैसा है / महेश अश्क