|चित्र=Poetry book of Zafar Gorakhpuri.jpg
|नाम=आर पार का मंज़र
|रचनाकार=[[ज़फ़र गोरखपुरी]]
|प्रकाशक=
|वर्ष=2015
{{KKShayar}}
====इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ====
* [[मौजें खींचातानी पर / ज़फ़र गोरखपुरी]]* [[ज़मीं, फिर दर्द का ये सायबाँ कोई नहीं देगा / ज़फ़र गोरखपुरी]]* [[ये मौजे ग़म सुकूँ-आसा भी है, अगर सोचो / ज़फ़र गोरखपुरी]]* [[ख़ौफ़ तारीकी भयानकपन मेरे चारों तरफ़ / ज़फ़र गोरखपुरी]]* [[मैं आग तो दबा लूँ दिले नातवाँ ज़रूर / ज़फ़र गोरखपुरी]]* [[उस पे पत्थर खाके क्या बीती ज़फ़र देखेगा कौन / ज़फ़र गोरखपुरी]]* [[अब्र था कि ख़ुशबू था, कुछ ज़रूर था एक शख़्स / ज़फ़र गोरखपुरी]]* [[रास्ते कभी इतने ख़ून से न गीले थे / ज़फ़र गोरखपुरी]]* [[मर के जी उट्ठूँ किसी दिन, सनसनी तारी करूँ / ज़फ़र गोरखपुरी]]* [[कितनों ही के सर से साया जाता है / ज़फ़र गोरखपुरी]]* [[बेवजह तो ख़ुशबू नहीं मंज़र से उड़ी है / ज़फ़र गोरखपुरी]]* [[एक मुट्ठी रेगे-सहरा भेज दे / ज़फ़र गोरखपुरी]]