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मानोशी

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/* गीत */
*[[माँ तुम प्रथम बनी गुरु मेरी / मानोशी]]
*[[कौन किसे कब रोक सका है / मानोशी]]
*[[अजनबी लगने लगे क्यों दो पथिक इक राह के / मानोशी]]
*[[माँ तेरी यादों के आगे / मानोशी]]
*[[अनगिन तारों में इक तारा ढूंढ रहा मन / मानोशी]]
*[[शीश झुका कर ज्यों रोये हैं / मानोशी]]
*[[कितने ही सीपी सागर में / मानोशी]]
*[[अजनबी लगने लगे क्यों दो पथिक इक राह के / मानोशी]]
*[[जीवन बस अपना होता है / मानोशी]]
* [[पतझड़ की पगलाई धूप / मानोशी]]