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हिणा माणस ठाढे तै, मजबुर भी होज्याया करै / राजेराम भारद्वाज
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18:21, 23 मई 2018
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सांग
:
– शकुंतल-दुष्यंत
&
(
अनुक्रमांक-18
)
"'
हिणा माणस ठाढे तै, मजबुर भी होज्याया करै,
'''
'''
हाथ जोड़ले के नही माफ, कसूर भी होज्याया करै ।। टेक ।।
'''
बसज्या पाट कुटम्ब तै न्यारा, आदमी का रहै ओड़ै भाईचारा,
Sandeeap Sharma
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