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* [[जो आईने में है उसकी तरफ़दारी भी करनी है / राजेश रेड्डी]]
* [[किसी ने ग़म को कुछ समझा कोई समझा ख़ुशी को कुछ / राजेश रेड्डी]]
* [[घर से निकले थे हौसला करके / राजेश रेड्डी]]