== गा़लिब की रचनाएँ==[[Category:गा़लिब]]{{KKGlobal}}
{{KKParichay
|चित्र=GhalibMirza-ghalib-kavitakosh.gifjpg|नाम=मिर्ज़ा असदुल्लाह खाँ 'गा़लिबग़ालिब'|उपनाम=गा़लिबग़ालिब, असद|जन्म=27 दिसम्बर 17961797
|जन्मस्थान=आगरा, उत्तर प्रदेश, भारत
|मृत्यु=15 फ़रवरी 1869
|कृतियाँ=दीवान[[दीवाने-एग़ालिब / ग़ालिब | दीवाने-गा़लिबग़ालिब]]|विविध=उर्दु के सबसे प्रमुख शायरों उर्दू शायरी में से एक।ग़ालिब को बाबा-ए-सुख़न का मक़ाम हासिल है।|अंग्रेज़ीनाम=Mirza Asadullah Khan Galib, Gaalib, Ghalib, Asad|जीवनी=[[गा़लिब ग़ालिब / परिचय]]|shorturl=ghalib
}}
* [[आ कि मेरी जाँ में क़रार नहीं है / गा़लिब]]{{KKShayar}}* [[आह को चाहिये इक उम्र असर होने तक / गा़लिब]]{{KKCatUttarPradesh}}====दीवान====* '''[[आईना क्यूँ न दूँ के तमाशा कहें जिसे दीवाने-ग़ालिब / गा़लिबग़ालिब]]'''====ग़ालिब की कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ====* [[आमदअज़ मेहर ता-एब-ख़त से हुआ ज़र्रा दिल-ओ-दिल है आइना / गा़लिब]]* [[आमों की तारीफ़ में / गा़लिबग़ालिब]]* [[अपना अहवाल-ए-दिल-ए-ज़ार कहूँ / गा़लिबग़ालिब]]* [[अर्ज़-ए-नियाज़-ए-इश्क़ के क़ाबिल नहीं रहा अफ़सोस कि दनदां का किया रिज़क़ फ़लक ने / गा़लिबग़ालिब]]* [[बाज़ीचा'असद' हम वो जुनूँ-ए-अत्फ़ाल है दुनिया मेरे आगे / गा़लिब]]* [[बहुत सही ग़मजौलाँ गदा-ए-गेती शराब कम क्या है / गा़लिब]]* [[बे-ऐतदालियों से सुबुक सब में हम हुए सर-ओ-पा हैं / गा़लिबग़ालिब]]* [[बस आ कि दुश्वार है हर काम का आसाँ होना / गा़लिब]]* [[चाहिये अच्छों मेरी जान को जितना चाहिये / गा़लिब]]* [[दायम पड़ा हुआ तेरे दर पर क़रार नहीं हूँ मैं है/ गा़लिबग़ालिब]]* [[दर्द मिन्नतकशआमद-ए-दवा न हुआ / गा़लिब]]* [[दर्द से मेरे है तुझ को बेक़रारी हाये हाये / गा़लिब]]* [[देखना क़िस्मत कि आप अपने पे रश्क आ जाये है / गा़लिब]]* [[धोता हूँ जब मैं पीने को उस सीमतन के पाँव / गा़लिब]]* [[दिल मेरा सोज़सैलाब-ए-निहाँ से बेमुहाबा जल गया तूफ़न-ए सदाए आब है / गा़लिबग़ालिब]]* [[दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या है आमों की तारीफ़ में / गा़लिबग़ालिब]]* [[दिल ही तो उग रहा है न संगदर-ओ-ख़िश्त दर्द दीवार से भर न आये क्यों सबज़ा ग़ालिब / गा़लिबग़ालिब]]* [[दिल से तेरी निगाह जिगर तक उतर गई / गा़लिब]]* [[दिया क़यामत है दिल अगर उस को बशर है क्या कहिये / गा़लिब]]* [[दोनों जहाँ देके वो समझे ये ख़ुश रहा / गा़लिब]]* [[दोस्त ग़मख़्वारी कि सुन लैला का दश्त-ए-क़ैस में मेरी सई फ़रमायेंगे क्या आना / गा़लिबग़ालिब]]* [[एक एक क़तरे कलकत्ते का मुझे देना पड़ा हिसाब जो ज़िक्र किया तूने हमनशीं / गा़लिबग़ालिब]]* [[गई वो बात कि हो गुफ़्तगू कहते तो क्यों कर हो तुम सब कि बुत-ए-ग़ालिया-मू आए / गा़लिबग़ालिब]]* [[ग़ैर ले महफ़िल कार-गाह-ए-हस्ती में बोसे जाम के लाला दाग़-सामाँ है / गा़लिबग़ालिब]]* [[ग़मकोह के हों बार-ए-दुनिया से ख़ातिर गर पाई भी फ़ुर्सत सर उठाने की सदा हो जाइये / गा़लिबग़ालिब]]* [[घर हमारा जो न रोते भी तो विराँ होता क्या तंग हम सितमज़दगां का जहान है / गा़लिबग़ालिब]]* [[घर जब बना लिया ख़ुश हो ऐ बख़्त कि है आज तेरे दर पर कहे बग़ैर सर सेहरा / गा़लिबग़ालिब]]* [[गिरनी थी हम पे बर्क़ गर तुझ को है यक़ीन-ए-इजाबत दुआ न माँग / गा़लिबग़ालिब]]* [[है आज क्यों ज़लील कि कल तक था नापसन्द गरम-ए-फ़रयाद रखा शक्ल-ए-निहाली ने मुझे / गा़लिबग़ालिब]]* [[है बस कि हर इक उनके इशारे गुलशन में निशाँ और बंदोबस्त ब-रंग-ए-दिगर है आज / गा़लिबग़ालिब]]* [[हैराँ हूँ दिल को रोऊँ घर में था क्या कि पीटूँ जिगर को मैं तिरा ग़म उसे ग़ारत करता / गा़लिबग़ालिब]]* [[हम रश्क को अपने चशम-ए-ख़ूबां ख़ामुशी में भी गवारा नहीं करते नवा-परदाज़ है / गा़लिबग़ालिब]]* [[हर एक बात पे कहते हो तुम कि तू क्या है जब तक दहान-ए-ज़ख़्म न पैदा करे कोई / गा़लिबग़ालिब]]* [[हर क़दम दूरीज़-बस-कि मश्क़-ए-मंज़िल तमाशा जुनूँ-अलामत है / गा़लिबग़ालिब]]* [[हज़ारों ख़्वाइशें ऐसी कि हर ख़्वाइश पे दम निकले ज़माना सख़्त कम-आज़ार है ब-जान-ए-असद / गा़लिबग़ालिब]]* [[हुई ताख़ीर तो कुछ बाइसज़हर-ए-ताख़ीर भी ग़म कर चुका था मेरा काम / गा़लिबग़ालिब]]* [[हुस्नजादा-ए-माह गरचे बाहन्गामरह ख़ुर को वक़्त-ए-कमाल अच्चा शाम है / गा़लिब]]* [[हुस्न ग़म्ज़े की कशाकश से छुटा मेरे बाद / गा़लिब]]* [[इब्नतार-ए-मरियम हुआ करे कोई शुआ / गा़लिबग़ालिब]]* [[इश्क़ मुझ को नहीं वहशत ही सही ज़िंदगी अपनी जब इस शक्ल से गुज़री 'ग़ालिब' / गा़लिबग़ालिब]]* [[इश्क़ तासीर जुनूँ की दस्त-गीरी किस से नौमेद नहीं हो गर हो न उर्यानी / गा़लिबग़ालिब]]* [[इश्रततपिश से मेरी वक़्फ़-ए-क़तरा कशमकश हर तार-ए-बिस्तर है दरिया में फ़ना हो जाना / गा़लिबग़ालिब]]* [[जोर से बाज़ आये पर बाज़ आये क्या ता हम को शिकायत की भी बाक़ी न रहे जा / गा़लिबग़ालिब]]* [[जिस बज़्म में तू नाज़ से गुफ़्तार में आवे तुम अपने शिकवे की बातें न खोद खोद के पूछो / गा़लिबग़ालिब]]* [[कभी नेकी भी उस के जी में गर आ जाये है मुझ से तुम न आए तो क्या सहर न हुई / गा़लिबग़ालिब]]* [[कब वो सुनता है कहानी मेरी तेरे वादे पर जिये हम / गा़लिबग़ालिब]]* [[कहते हो न देंगे हम दिल अगर पड़ा पाया लगा कर लग गया उन को भी तनहा बैठना / गा़लिबग़ालिब]]* [[कल के लिये आज न देख कर ख़स्सत शराब में दर-पर्दा गर्म-ए-दामन-अफ़्शानी मुझे / गा़लिबग़ालिब]]* [[कलकत्ते का जो ज़िक्र किया तूने हमनशीं न लेवे गर ख़स-ए-जौहर तरावत सबज़-ए-ख़त से / गा़लिबग़ालिब]]* [[ख़ुशी क्या खेत पर मेरे नफ़स न अंजुमन-ए-आरज़ू से बाहर खींच / गा़लिबग़ालिब]]* [[की वफ़ा हम से तो ग़ैर उसे जफ़ा कहते हैं नवेदे-अम्न है बेदादे दोस्त जाँ के लिए / गा़लिबग़ालिब]]* [[किसी को दे के दिल कोई नवासन्जनश्शा-हा शादाब-ए-फ़ुग़ाँ क्यों हो रंग ओ साज़-हा मस्त-ए-तरब / गा़लिबग़ालिब]]* [[कोई दिन गर ज़िन्दगानी और नुक्तह-चीं है ग़म-ए दिल उस को सुनाए न बने/ गा़लिबग़ालिब]]* [[कोई उम्मीद बर नहीं आती / गा़लिब]]* [[क्यों कर उस बुत पीनस में गुज़रते हैं जो कूचे से रखूँ जान अज़ीज़ वह मेरे / गा़लिबग़ालिब]]* [[लाज़िम था फ़ारिग़ मुझे न जान कि देखो मेरा रस्त कोई दिन और मानिंद-ए-सुब्ह-ओ-मेहर / गा़लिबग़ालिब]]* [[मानाफिर मुझे दीदा-ए-दश्त नावर्दी कोई तदबीर नहीं तर याद आया/ गा़लिबग़ालिब]]* [[मैं उन्हें छेड़ूँ और वो फिर हुआ वक़्त कि हो बाल कुशा मौजे-शराब / गा़लिबग़ालिब]]* [[मज़े जहाँ के अपनी नज़र में ख़ाक नहीं फुटकर शेर / गा़लिबग़ालिब]]* [[मेहरबाँ हो के बुला लो मुझे चाहो जिस वक़्त ब-नाला हासिल-ए-दिल-बस्तगी फ़राहम कर / गा़लिबग़ालिब]]* [[मेहरम नहीं है तू ही नवाबर्शकाल-हाये राज़ का ए-गिर्या-ए-आशिक़ है देखा चाहिए / गा़लिबग़ालिब]]* [[मिलती है ख़ू-ए-यार बाद मरने के मेरे घर से नार इल्तिहाब में यह सामाँ निकला / गा़लिबग़ालिब]]* [[मुद्दत हुई है यार को मेहमाँ किये हुए बिजली इक कौंद गयी आँखों के आगे तो क्या / गा़लिबग़ालिब]]* [[न होगा यक बयाबाँ मांदगी बीम-ए-रक़ीब से ज़ौक़ कम मेरा नहीं करते विदा-ए-होश / गा़लिबग़ालिब]]* [[न हुई गर मेरे मरने से तसल्ली न सही मस्ती ब-ज़ौक़-ए-ग़फ़लत-ए-साक़ी हलाक है / गा़लिबग़ालिब]]* [[न था कुछ तो ख़ुदा था कुछ न होता तो ख़ुदा होता मुँद गईं खोलते ही खोलते आँखें 'ग़ालिब' / गा़लिबग़ालिब]]* [[नहीं कि मुझ को क़यामत का एतिक़ाद नहीं दयार-ए-ग़ैर में मारा वतन से दूर / गा़लिबग़ालिब]]* [[नक़्श फ़रियादी है किस की शोख़ीये हम जो हिज्र में दीवार-एओ-तहरीर का दर को देखते हैं / गा़लिबग़ालिब]]* [[नुक्ताचीं है ग़मरफ़्तार-ए-दिल उस को सुनाये न बने उम्र क़त-ए-रह-ए-इज़्तिराब है / गा़लिबग़ालिब]]* [[फिर इस अन्दाज़ से बहार आई रहा गर कोई ता क़यामत सलामत / गा़लिबग़ालिब]]* [[फिर कुछ इस दिल को बेक़रारी लब-ए-ईसा की जुम्बिश करती है गहवारा-जम्बानी / गा़लिबग़ालिब]]* [[फिर मुझे दीदालूँ वाम बख़्त-ए-तर याद आया ख़ुफ़्ता से यक-ख़्वाब-ए-खुश वले / गा़लिबग़ालिब]]* [[रहिये अब ऐसी जगह चल कर जहाँ कोई न हो लो हम मरीज़-ए-इश्क़ के बीमार-दार हैं / गा़लिबग़ालिब]]* [[रोने से और इश्क़ में बेबाक हो गये वह शब-ओ-रोज़-ओ-माह-ओ-साल कहां / गा़लिबग़ालिब]]* [[सादगी वह हर एक बात पर उस की मर जाने की हसरत दिल में है कहना कि यों होता तो क्या होता / गा़लिबग़ालिब]]* [[सब कहाँ कुछ लालावां उस को हौल-ओए-गुल में नुमाया हो गईं दिल है तो यां मैं हूं शरम-सार / गा़लिबग़ालिब]]* [[वुसअत-स-ईए-करम देख कि सर-ता-सर गश्तगी में आलम-ए-हस्ती से यास है ख़ाक / गा़लिबग़ालिब]]* [[शौक़ हर रंग रक़ीबशुमार-एसुबह मरग़ूब-सरए बुत-ओए-सामाँ निकला मुश्किल पसंद आया / गा़लिबग़ालिब]]* [[शिकवे के नाम से बेमेहर ख़फ़ा होता सफ़ा-ए-हैरत-ए-आईना है सामान-ए-ज़ंग आख़िर / गा़लिबग़ालिब]]* [[सीने का दाग़ है / गा़लिब]]* [[सुरमासितम-ए-मुफ़्त-ए-नज़र कश मस्लहत से हूँ मेरी क़ीमत ये है कि ख़ूबाँ तुझ पे आशिक़ हैं / गा़लिबग़ालिब]]* [[तस्कीं को हम न रोयें जो ज़ौक़सियाहि जैसे गिर जावे दम-ए-नज़र मिले तहरीर काग़ज़ पर / गा़लिबग़ालिब]]* [[हर एक बात पे कहते हो तुम कि तू दोस्त किसी का भी सितमगर न हुआ था क्या है/ गा़लिबग़ालिब]]* [[उस बज़्म में मुझे नहीं बनती हया किये हर क़दम दूरी-ए-मंज़िल है नुमायाँ मुझसे/ गा़लिबग़ालिब]]* [[वो आके ख़्वाब में तस्कीनहरीफ़-ए-इज़्तिराब तो दे मतलब-ए-मुशकिल नहीं फ़ुसून-ए-नियाज़ / गा़लिबग़ालिब]]* [[वो फ़िराक़ और वो विसाल कहाँ हासिल से हाथ धो बैठ ऐ आरज़ू-ख़िरामी / गा़लिबग़ालिब]]* [[ये जो हम हिज्र में दीवारहुजूम-ओए-दर को देखते हैं नाला हैरत आजिज़-ए-अर्ज़-ए-यक-अफ़्ग़ँ है / गा़लिबग़ालिब]]* [[ये न थी हमारी क़िस्मत के विसालहुज़ूर-ए-शाह में अहल-ए-यार होता सुख़न की आज़माइश है / गा़लिबग़ालिब]]* [[ज़हरहुश्न-ए-ग़म कर चुका था मेरा काम बेपरवा ख़रीदार-ए-मता-ए-जलवा है / गा़लिबग़ालिब]]* [[ज़िक्र उस परीवश का और फिर बयाँ अपना / गा़लिब]]* [[ज़ुल्मतकदे में मेरे शबहै बज़्म-ए-ग़म का जोश है बुतां में सुख़न आज़ुर्दा लबों से / गा़लिबग़ालिब]]