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/* कुछ प्रतिनिधि ग़ज़लें */
* [[बातों-बातों में बात कर आए / रवि सिन्हा]]
* [[ये ज़ब्त तो देखो के ज़ुबाँ कुछ ना कहे है / रवि सिन्हा]]
* [[यादों में ही आ आएँ उन्हें आने को कहूँगा / रवि सिन्हा]]
* [[बे-थाह समन्दर में सतह ढूँढ रहा हूँ / रवि सिन्हा]]
* [[पैदा हुए थे आतिशे-कुन के शरार में / रवि सिन्हा]]