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"महिमा महान / ब्रह्मदेव कुमार" के अवतरणों में अंतर
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सबके पढ़ै-लिखै रोॅ, सपना भेलै साकार हो। | सबके पढ़ै-लिखै रोॅ, सपना भेलै साकार हो। | ||
− | धन्य साक्षरता अभियान के, गुण छै अपार | + | धन्य साक्षरता अभियान के, गुण छै अपार हो। |
घर-घर पढ़ाबै के योजना, करलकै तैयार हो। | घर-घर पढ़ाबै के योजना, करलकै तैयार हो। | ||
− | अनपढ़, गरीब, लोग सब, करै जय-जयकार | + | अनपढ़, गरीब, लोग सब, करै जय-जयकार हो। |
गईया-भैंसिया जे चराबै, मजदूरी सेॅ जें कमाबै। | गईया-भैंसिया जे चराबै, मजदूरी सेॅ जें कमाबै। | ||
− | सब पढ़ी-लिखी हो भैया, बनतै होशियार | + | सब पढ़ी-लिखी हो भैया, बनतै होशियार हो। |
पढ़लोॅ-लिखलोॅ छै जे किसान, खेती सें भी पाबै छै मान। | पढ़लोॅ-लिखलोॅ छै जे किसान, खेती सें भी पाबै छै मान। | ||
− | पढ़ी-लिखी जों खेती करतै, भरतै घर-भंडार | + | पढ़ी-लिखी जों खेती करतै, भरतै घर-भंडार हो। |
पिया जे परदेश बसै छै, लिखी-लिखी पाती भेजै छै। | पिया जे परदेश बसै छै, लिखी-लिखी पाती भेजै छै। | ||
− | पढ़ी-पढ़ी मनमां मोरा, पाबै प्रीत अपार | + | पढ़ी-पढ़ी मनमां मोरा, पाबै प्रीत अपार हो। |
सरकारें चलैये जे देलकै, साक्षरता अभियान हो। | सरकारें चलैये जे देलकै, साक्षरता अभियान हो। | ||
− | धन्य-धन्य ई अभियानोॅ के, महिमा महान् | + | धन्य-धन्य ई अभियानोॅ के, महिमा महान् हो। |
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23:15, 2 मई 2019 के समय का अवतरण
सबके पढ़ै-लिखै रोॅ, सपना भेलै साकार हो।
धन्य साक्षरता अभियान के, गुण छै अपार हो।
घर-घर पढ़ाबै के योजना, करलकै तैयार हो।
अनपढ़, गरीब, लोग सब, करै जय-जयकार हो।
गईया-भैंसिया जे चराबै, मजदूरी सेॅ जें कमाबै।
सब पढ़ी-लिखी हो भैया, बनतै होशियार हो।
पढ़लोॅ-लिखलोॅ छै जे किसान, खेती सें भी पाबै छै मान।
पढ़ी-लिखी जों खेती करतै, भरतै घर-भंडार हो।
पिया जे परदेश बसै छै, लिखी-लिखी पाती भेजै छै।
पढ़ी-पढ़ी मनमां मोरा, पाबै प्रीत अपार हो।
सरकारें चलैये जे देलकै, साक्षरता अभियान हो।
धन्य-धन्य ई अभियानोॅ के, महिमा महान् हो।