{{KKShayar}}
====नज़्में====
* [[सुरमई शाल का डाले हुए माथे पे सिरा तू अगर सैर को निकले तो उजाला हो जाए / जोश मलीहाबादी]]* [[छा गई बरसात की पहली घटा, अब क्या करूँ / जोश मलीहाबादी]]
====ग़ज़लें====
* [[क्या सिर्फ मुसलमानों के प्यारे हैं हुसैन / जोश मलीहाबादी]]