Changes

मिटकर आओ / सुभाष राय

3 bytes added, 16:18, 26 जुलाई 2019
<poem>
नहीं, तुम प्रवेश नहीं कर सकते यहाँ
दरवाजे दरवाज़े बन्द हैं तुम्हारे लिए
यह खाला का घर नहीं कि जब चाहा चले आए
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,446
edits