|जन्मस्थान=अंजार, कच्छ, [[गुजरात]]
|मृत्यु=27 अप्रैल 2003
|कृतियाँ=चार मित्रहिन्दी रचनाओं में कांवर भर धूप, चलो गीत गाएँरोशनी का घोषणा पत्र, पंद्रह अगस्तप्यार की लाज, गद्दार कौनछलना, बचपन की बाँसुरीपूजामयी, आज़ादी खोखले शब्दों के गीत खिलाफ, सब कुछ निस्पन्द है, कस्तूरी यादें, विस्मय का वृन्दावन आदि हैं। छत्तीसगढ़ी रचनाओं में सोन के माली, सूरज नई मरै, मतवार आदि प्रमुख हैं। |विविध= हिन्दी के साहित्यकार होने के साथ छतीसगढ़ी के प्रथम पंक्ति के साहित्यकार
|सम्पर्क=
|जीवनी=[[नारायणलाल परमार / परिचय]]
|अंग्रेज़ी नाम=Narayanlal Parmar, Naaraayanlaal Parmaar
}}
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====कविताएँ====
* [[तन्वंगी यह नदी धार / नारायणलाल परमार]]
* [[ हरी मिरचियाँ जिन्दाबाद / नारायणलाल परमार]]
* [[ गिलहरी प्रसन्न है / नारायणलाल परमार]]
====छत्तीसगढ़ी रचनाएँ====
* [[रेंगना सुहावत हे / नारायणलाल परमार]]