लेखक: [[लावण्या शाह]]{{KKGlobal}}[[Category:कविताएँ]]{{KKRachna[[Category:|रचनाकार=लावण्या शाह]] ~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~}}
घर से जितनी दूरी तन की,<br>
आसमान पर कितने तारे!<br>
कितनी परियाँ रोज उतरतीँ,<br>
मेरे सप्नोँ सपनोँ मेँ आ आ कर मिलतीँ.<br>?" क्या भूलूँ, क्या याद करूँ ? "<br>
मेरे घर को या अपने बचपन को ?<br>
कितनी दूर घर का अब रस्ता,<br>
कौन वहाँ मेरा अब रस्ता तकता ?<br>
अपने अनुभव की इस पुडिया पुड़िया को,<br>रक्खा है सहेज, सुन ओ मेरी ,गुडिया गुड़िया !<br><br>