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आओ कुछ याद करें I
वे दिन जो बीत गए
बूँद-बूँद रीत गए
उनकी संलिपियों का
फिर से अनुवाद करें I
सोते से जग जाना
फिर घंटों बतियाना
चुप्पी को छोड़ वही
क्षण फिर आबाद करें I
वो पर अड़ जाना
बिना बात झुँझलाना
अपनी उस आदत पर
थोड़ा अवसाद करें