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"वह चेतावनी है / विनोद कुमार शुक्ल" के अवतरणों में अंतर
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16:12, 10 मई 2020 के समय का अवतरण
यह चेतावनी है
कि एक छोटा बच्चा है.
यह चेतावनी है
कि चार फूल खिले हैं.
यह चेतावनी है
कि खुशी है
और घड़े में भरा हुआ पानी
पीने के लायक है,
हवा में सॉंस ली जा सकती है.
यह चेतावनी है
कि दुनिया है
बची दुनिया में
मैं बचा हुआ
यह चेतावनी है
मैं बचा हुआ हूं.
किसी होने वाले युद्ध से
जीवित बच निकलकर
मैं अपनी
अहमियत से मरना चाहता हूं
कि मरने के
आखिरी क्षणों तक
अनंतकाल जीने की कामना करूं
कि चार फूल है
और दुनिया है.