गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
तिलोक चंद 'महरूम'
24 bytes added
,
16:30, 12 जून 2020
* [[ताएर-ए-दिल के लिए ज़ुल्फ़ का जाल अच्छा है / महरूम]]
* [[ये किस से आज बरहम हो गई है / महरूम]]
====नज़्म====
* [[बेज़ुबानों पर रहम / महरूम]]
सशुल्क योगदानकर्ता ५
Delete, Mover, Reupload, Uploader
16,648
edits