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पहले अपना मुआयना करना / हस्तीमल 'हस्ती'
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09:21, 17 जून 2020
फिर ज़माने पे तब्सरा करना
एक सच्ची पुकार
काफी
काफ़ी
है
हर घड़ी क्या ख़ुदा - ख़ुदा करना
ग़ैर
-
मुमकिन भी है गुनाह भी है
पर को परवाज़ से जुदा करना
Abhishek Amber
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