दिल्ली झण्डा और देशगान
साधू जंगल गइया महान ।
सबके सब ठिठक गए आके
लोहे के फाटक पर पाके
बातों को देते पटकनिया
चश्मा स्याही टोपी बनिया
उन लोगों नें ने फिर बदल दिया
अपना पहले वाला बयान ।
जैसे समझौता युद्ध लाभ
रस्ता चलते कुछ लोग हमें
देते रहते हैं दिशा ग्यान ज्ञान ।
एक गीत और एक बंजारा