गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
अनुशासित जीवन / ओम नीरव
34 bytes removed
,
05:48, 20 जून 2020
कवि-चरित्र को बेच न देना, कुछ तमगों के लालच में,
लक्ष्य लेखनी का होता बस, सरस्वती माँ का अर्चन।
———————————
आधार छंद-लावणी
विधान-30 मात्रा, 16, 14 पर यति, अंत में वाचिक गा
</poem>
Abhishek Amber
Mover, Reupload, Uploader
3,965
edits