लेखिका: [[महादेवी वर्मा]]{{KKGlobal}}[[Category:कविताएँ]]{{KKPustak|चित्र=|नाम=दीपगीत|रचनाकार=[[Category:महादेवी वर्मा]]|प्रकाशक=~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*|वर्ष=1983|भाषा=हिन्दी|विषय=कविता संग्रह माटी से धरती ने दीप यह बनाया है,|शैली=|पृष्ठ=तूल से बनाई फिर कोमल तन बाती है,|ISBN=|विविध=तुमसे पा स्नेह-बूँद चेतना का सम्बल भी,}}====इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ====दूतिका तुम्हारी बन ज्योति झिलमिलाती है,* [[बाँच ली मैंने व्यथा / महादेवी वर्मा]]* [[दीप मेरे / महादेवी वर्मा]]सागर से तम की चुनौती स्वीकार कर,* [[बुझे दीपक जला लूँ / महादेवी वर्मा]] दीपशिखा * [[शेष कितनी रात को हराकर मुस्काती है, शौर्य देख इसका अब सूरज तुम्हारा भी, सौंप नित्य जाता इसे ज्वाला की थाती है। ''प्रथम आयाम नामक संकलन से''? / महादेवी वर्मा]]