Changes

बसो मोरे नैनन में / मीराबाई

144 bytes removed, 15:37, 20 अगस्त 2020
[[Category:मीराबाई]][[Category:कविताएँ]][[Category:पद]]{{KKGlobal}}{{KKSandarbhKKRachna|लेखकरचनाकार=मीराबाई|पुस्तक=|प्रकाशक=|वर्ष=|पृष्ठ=
}}
{{KKCatPad}}<poem>बसो मोरे नैनन में नंदलाल।<br>मोहनी मूरति सांवरि सूरति, नैणा बने बिसाल।<br>अधर सुधारस मुरली राजत, उर बैजंती-माल।।<br>छुद्र घंटिका कटि तट सोभित, नूपुर सबद रसाल।<br>मीरा प्रभु संतन सुखदाई, भगत बछल गोपाल।।<br><br/poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,147
edits