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"'सज्जन' धर्मेन्द्र" के अवतरणों में अंतर
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+ | * [[जिस घड़ी बाज़ू मेरे चप्पू नज़र आने लगे / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]] | ||
+ | * [[है मरना डूब के, मेरा मुकद्दर, भूल जाता हूँ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]] | ||
+ | * [[दिल है तारा, रहे जहाँ, चमके / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]] | ||
+ | * [[चिड़िया की जाँ लेने में इक दाना लगता है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]] | ||
+ | * [[सत्ता की गर हो चाह तो दंगा कराइये / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]] | ||
+ | * [[मिलजुल के जब कतार में चलती हैं चींटियाँ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र]] | ||
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धर्मेन्द्र कुमार सिंह
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जन्म | 22 सितम्बर 1979 |
---|---|
उपनाम | सज्जन |
जन्म स्थान | प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
ग़ज़ल कहनी पड़ेगी झुग्गियों पर (ग़ज़ल संग्रह), पूँजी और सत्ता के ख़िलाफ़ (ग़ज़ल संग्रह), नीम तले (नवगीत संग्रह) | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
'सज्जन' धर्मेन्द्र / परिचय | |
कविता कोश पता | |
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ग़ज़ल संग्रह
नवगीत संग्रह
प्रतिनिधि रचनाएँ
नई ग़ज़लें
- महीनों तक तुम्हारे प्यार में इसको पकाया है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
- गगन का स्नेह पाते हैं, हवा का प्यार पाते हैं / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
- जाल सहरा पे डाले गए / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
- दे दी अपनी जान किसी ने धान उगाने में / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
- जिस घड़ी बाज़ू मेरे चप्पू नज़र आने लगे / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
- है मरना डूब के, मेरा मुकद्दर, भूल जाता हूँ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
- दिल है तारा, रहे जहाँ, चमके / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
- चिड़िया की जाँ लेने में इक दाना लगता है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
- सत्ता की गर हो चाह तो दंगा कराइये / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
- मिलजुल के जब कतार में चलती हैं चींटियाँ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
नवगीत
- नीम तले (नवगीत) / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
- बस प्यार तुम्हारा / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
- चंचल नदी / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
- आसमान के पार स्वर्ग है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
- मेरा चाँद आज आधा है / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
- यंत्रों के जंगल में / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
- टेसू के फूलों के भारी हैं पाँव / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
- समाचार है अद्भुत / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
कविताएँ
- बादल, सागर और पहाड़ बनाम पूँजीपति / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
- पूँजी का कचराघर / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
- नोएडा / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
- सिस्टम / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
- रंगीन चमकीली चीजें / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
- लोकतंत्र के मेढक / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
- तुम्हारी बारिश / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
- अम्ल, क्षार और गीत / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
- देवताओं और राक्षसों का देश / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
- तुम बारिश और पहाड़ / 'सज्जन' धर्मेन्द्र
क्षणिकाएँ / हाइकु
छंद