गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
हमसे हर मौसम सीधा टकराता है / प्रफुल्ल कुमार परवेज़
13 bytes removed
,
05:39, 28 सितम्बर 2008
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार= प्रफुल्ल कुमार
‘परवेज़’
परवेज़
|संग्रह=रास्ता बनता रहे / प्रफुल्ल कुमार
‘परवेज़’
परवेज़
}}
[[Category:ग़ज़ल]]
<poem>
हमसे हर मौसम सीधा टकराता है
संसद केवल फटा हुआ इक छाता है
सम्यक
KKSahayogi, Mover, Uploader,
प्रशासक
,
सदस्य जाँच
,
प्रबंधक
,
widget editor
3,794
edits