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मलिकज़ादा 'मंजूर'
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जन्म | 17 अक्तूबर 1929 |
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निधन | 22 अप्रैल 2016 |
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
मलिकज़ादा 'मंजूर' / परिचय |
ग़ज़लें
- अब ख़ून को मय क़ल्ब को पैमाना कहा जाए / मलिकज़ादा 'मंजूर'
- दिल का हर क़तरा-ए-ख़ूँ रंग-ए-हिना से माँगो / मलिकज़ादा 'मंजूर'
- कुछ ग़म-ए-जानाँ कुछ ग़म-ए-दौराँ दोनों मेरी ज़ात के नाम / मलिकज़ादा 'मंजूर'
- मामूल पर साहिल रहता है फ़ितरत पे समंदर होता है / मलिकज़ादा 'मंजूर'
- ‘मंज़ूर’ लहू की बूँद कोई अब तक न मेरी बेकार गिरी / मलिकज़ादा 'मंजूर'
- मेरा ही पुर-सुकूँ चेहरा बहुत था / मलिकज़ादा 'मंजूर'
- न ख़ौफ-ए-बर्क़ न ख़ौफ़-ए-शरर लगे है मुझे / मलिकज़ादा 'मंजूर'
- रूख़ पे अहबाब के फिर रंग-ए-मुर्सरत आए / मलिकज़ादा 'मंजूर'
- तर्क-ए-मोहब्बत अपनी ख़ता हो ऐसा भी हो सकता है / मलिकज़ादा 'मंजूर'
- ज़िंदगी में पहले इतनी तो परेशानी न थी / मलिकज़ादा 'मंजूर'