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/* कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ */
* [[हर चेहरा है शकुनी सरीखा / श्याम निर्मम]]
* [[दर्दों के जलतरंग बज उठे / श्याम निर्मम]]
* [[ पानी पर धूप की फुहार / श्याम निर्मम]]* [[ हमने कोई गीत नहीं गाया / श्याम निर्मम]]* [[ सावन हुआ मदहोश किसका दोष / श्याम निर्मम]]* [[ मौन की भाषा समझ चुपचाप रह / श्याम निर्मम]]* [[ कन्धों को सीढ़ियाँ बनाकर ऊपर चढ़ते हैं / श्याम निर्मम]]* [[ वसन्त आने पर गुलदस्ते बाँटे / श्याम निर्मम]]