भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"द्विजेन्द्र 'द्विज'" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) (New page: {{KKGlobal}} == द्विजेन्द्र 'द्विज' की रचनाएँ== {{KKParichay |चित्र=Dwijendra_dwij.jpg |नाम=द्विजेन्द्...) |
(→ग़ज़ल संग्रह) |
||
(7 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 40 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{KKGlobal}} | {{KKGlobal}} | ||
− | |||
− | |||
{{KKParichay | {{KKParichay | ||
|चित्र=Dwijendra_dwij.jpg | |चित्र=Dwijendra_dwij.jpg | ||
|नाम=द्विजेन्द्र 'द्विज' | |नाम=द्विजेन्द्र 'द्विज' | ||
− | |उपनाम= | + | |उपनाम=द्विज |
|जन्म=10 अक्तूबर 1962 | |जन्म=10 अक्तूबर 1962 | ||
− | |जन्मस्थान= | + | |जन्मस्थान=नूरपुर, हिमाचल प्रदेश, भारत |
− | |कृतियाँ=जन-गण-मन (ग़ज़ल संग्रह) | + | |कृतियाँ=[[जन-गण-मन / द्विजेन्द्र 'द्विज'| जन-गण-मन]](ग़ज़ल संग्रह) |
|विविध= | |विविध= | ||
+ | |अंग्रेज़ीनाम=Dwijendra Dwij, Dwijender Dwij | ||
|जीवनी=[[द्विजेन्द्र 'द्विज' / परिचय]] | |जीवनी=[[द्विजेन्द्र 'द्विज' / परिचय]] | ||
+ | |shorturl=dwij | ||
+ | |gadyakosh=द्विजेन्द्र द्विज | ||
}} | }} | ||
+ | {{KKShayar}} | ||
+ | {{KKCatHimachal}} | ||
+ | ====ग़ज़ल संग्रह==== | ||
+ | * '''[[जन-गण-मन / द्विजेन्द्र 'द्विज']]''' | ||
− | * '''[[ | + | ====ग़ज़लें==== |
+ | * [[नदी / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[हर नया दिन हो एक दीप-उत्सव / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[इस ज़मीं का हूँ मुझे कोई फ़रिश्ता न समझ / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[नज़्र मैं क्या करूँ नाज़िर मेरे / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[है उजालों के सिलसिले हर-सू / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[हाँ मगर आँखों में पानी है अभी तक गाँव में / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[सख़्त मौसम से मुसाफ़िर नहीं डरने वाला / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[मुक्तिगीत / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[ख़ुद भले ही झेली हो त्रासदी पहाड़ों ने / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[जिधर कहीं भी है ख़्वाबों का कारवाँ निकला / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[जबकि नारों में यहाँ हैं लाख उजियारे हुए/ द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[आइने कितने यहाँ टूट चुके हैं अब तक / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[ज़ेहन में और कोई डर नहीं रहने देता / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[न वापसी है जहाँ से वहाँ हैं सब के सब / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[आपने इतना दिया है ध्यान सड़कों पर / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[ज़ब्त किस इम्तहान तक पहुँचा / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[इसी तरह से ये काँटा निकाल देते हैं / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[औज़ार बाँट कर ये सभी तोड़—फोड़ के / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[ये कौन छोड़ गया इस पे ख़ामियाँ अपनी / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[बुला लो पास उजाले की वो नदी फिर से / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[कहाँ पहँचे सुहाने मंज़रों तक / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[मैं ज़िन्दगी में कभी इस क़दर न भटका था / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[कोई बरसता रहा बादलों की भाषा में / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[मोम—परों से उड़ना और / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[वो नज़र में नज़ारा नहीं है / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[ज़रा झाँक कर ख़ुद से बाहर तो देखो / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[मिली है ज़ेह्न—ओ—दिल को बेकली क्या / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[लौट कर आए हो अपनी मान्यताओं के खिलाफ़ / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[उस आदमी का ग़ज़लें कहना क़ुसूर होगा / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[हर गली, हर मोड़ पर अब जा बँधे शर्तों में लोग / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[ये कौन पूछता है भला आसमान से / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[जब भी अपने आपसे ग़द्दार हो जाते हैं लोग / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[नाम पर तहज़ीब—ओ—मज़हब के मचा हुड़दंग है / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[बाँध कर दामन से अपने झुग्गियाँ लाई ग़ज़ल / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[दिलों की उलझनों से फ़ैसलों तक / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[पंख कुतर कर जादूगर जब चिड़िया को तड़पाता है / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[अश्क बन कर जो छलकती रही मिट्टी मेरी / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[नग़्मगी नग़्मासरा है और नग़्मों में गुहार / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[मिटा दे तू मेरे खेतों से खरपतवार चुटकी में / द्विजेन्द्र 'द्विज']] | ||
+ | * [[तू स्वादों का दास रे जोगी / द्विजेन्द्र 'द्विज']] |
08:41, 1 अप्रैल 2021 के समय का अवतरण
द्विजेन्द्र 'द्विज'
www.kavitakosh.org/dwij
www.kavitakosh.org/dwij
जन्म | 10 अक्तूबर 1962 |
---|---|
उपनाम | द्विज |
जन्म स्थान | नूरपुर, हिमाचल प्रदेश, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
जन-गण-मन(ग़ज़ल संग्रह) | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
द्विजेन्द्र 'द्विज' / परिचय | |
कविता कोश पता | |
www.kavitakosh.org/dwij |
ग़ज़ल संग्रह
ग़ज़लें
- नदी / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- हर नया दिन हो एक दीप-उत्सव / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- इस ज़मीं का हूँ मुझे कोई फ़रिश्ता न समझ / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- नज़्र मैं क्या करूँ नाज़िर मेरे / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- है उजालों के सिलसिले हर-सू / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- हाँ मगर आँखों में पानी है अभी तक गाँव में / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- सख़्त मौसम से मुसाफ़िर नहीं डरने वाला / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- मुक्तिगीत / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- ख़ुद भले ही झेली हो त्रासदी पहाड़ों ने / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- जिधर कहीं भी है ख़्वाबों का कारवाँ निकला / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- जबकि नारों में यहाँ हैं लाख उजियारे हुए/ द्विजेन्द्र 'द्विज'
- आइने कितने यहाँ टूट चुके हैं अब तक / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- ज़ेहन में और कोई डर नहीं रहने देता / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- न वापसी है जहाँ से वहाँ हैं सब के सब / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- आपने इतना दिया है ध्यान सड़कों पर / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- ज़ब्त किस इम्तहान तक पहुँचा / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- इसी तरह से ये काँटा निकाल देते हैं / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- औज़ार बाँट कर ये सभी तोड़—फोड़ के / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- ये कौन छोड़ गया इस पे ख़ामियाँ अपनी / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- बुला लो पास उजाले की वो नदी फिर से / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- कहाँ पहँचे सुहाने मंज़रों तक / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- मैं ज़िन्दगी में कभी इस क़दर न भटका था / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- कोई बरसता रहा बादलों की भाषा में / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- मोम—परों से उड़ना और / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- वो नज़र में नज़ारा नहीं है / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- ज़रा झाँक कर ख़ुद से बाहर तो देखो / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- मिली है ज़ेह्न—ओ—दिल को बेकली क्या / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- लौट कर आए हो अपनी मान्यताओं के खिलाफ़ / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- उस आदमी का ग़ज़लें कहना क़ुसूर होगा / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- हर गली, हर मोड़ पर अब जा बँधे शर्तों में लोग / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- ये कौन पूछता है भला आसमान से / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- जब भी अपने आपसे ग़द्दार हो जाते हैं लोग / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- नाम पर तहज़ीब—ओ—मज़हब के मचा हुड़दंग है / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- बाँध कर दामन से अपने झुग्गियाँ लाई ग़ज़ल / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- दिलों की उलझनों से फ़ैसलों तक / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- पंख कुतर कर जादूगर जब चिड़िया को तड़पाता है / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- अश्क बन कर जो छलकती रही मिट्टी मेरी / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- नग़्मगी नग़्मासरा है और नग़्मों में गुहार / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- मिटा दे तू मेरे खेतों से खरपतवार चुटकी में / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- तू स्वादों का दास रे जोगी / द्विजेन्द्र 'द्विज'